धान में बौनेपन ने उड़ाई किसानों की नींद
धान की फसल में बौनेपन की बीमारी ने किसानों की नींद उड़ा दी है। कृषि विभाग के विशेषज्ञ किसानों को सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं और इसे लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है। क्षेत्र के किसान श्याम सुंदर बतरा, जनेश्वर सिंह, मुकेश कुमार, भोला राम कंबोज का कहना है धान की 7301 वैरायटी में यह बीमारी बहुत ज्यादा आई हुई है। यह फसल में तेजी से फ़ैल रही है। किसानों का कहना है कि 50 फीसदी फसल में बौनापन आया है। इससे धान पैदावार बहुत कम होने का खतरा हो गया है। पूर्व चेयरमैन एवं किसान श्याम सुंदर बतरा ने प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे की मांग की है। इस बारे में कृषि विभाग के सहायक पौधे संरक्षण अधिकारी डाॅ़ सतीश कुमार का कहना है बौनेपन की शिकायत प्रदेश के कई जिलों की धान की फसल में आई हुई है। यह धान की कई किस्मों में आई हुई है। यह एक किस्म का वायरस है। इससे पहले यह वायरस 2023 में आया था। इस बार फिर आ गया है। इससे धान की पैदावार 25 फीसदी तक कम होने का खतरा होता है। डाॅ़ सतीश ने बताया कि इस वायरस से पौधे मुरझाना, सफेद पीठ वाला तेला होना, पत्ते गहरे हरे रंग के होना, पौधे छोटे होना शामिल है। इससे बचने के लिए बौने पौधों को उखाड़ना, खेत की मेढ़, पानी की नाली को साफ रखना व फसल में पानी ज्यादा समय तक खड़ा न होने देने की किसानों को सलाह दी है।