‘नशा परिवार और समाज के लिए घातक’
नशा मुक्त भारत अभियान के तहत टिब्बी अराईयां गांव में शनिवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 11 गांवों के लोगों ने शिरकत की और गांवों में नशा रोकने के लिए कमेटियाें का गठन किया।
एसपी कमलदीप गोयल ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा सौ बुराइयों की जड़ है। जो व्यक्ति गांव में नशा भेजता है, सभी मिलकर उसका सामाजिक बहिष्कार करें। जो युवा नशे के जंजाल में फंस चुका होता है, वह नशे की पूर्ति के लिए धीरे-धीरे अपराध की तरफ बढ़ने लगता है। इस तरह एक युवा नशे के चंगुल में फंसकर अपना व अपने परिवार का जीवन नर्क बना देता है। एसपी कमलदीप गोयल ने कहा कि माता-पिता ही युवाओं को इस दलदल से बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों की दिनचर्या पर ध्यान दें, उनकी दिनचर्या या स्वभाव में कोई बदलाव बदलाव नजर आता है तो उस बच्चे पर हर समय नजर रखो। अगर बच्चों को नशे की आदत लग भी गई है तो बच्चों को प्यार से समझाओ, उसको कभी भी दूसरों के सामने नशेड़ी, शराबी, स्मैकिया नाम से मत बुलाओ। नशा मुक्ति के लिए जिला अस्पताल में उपचार भी दिया जा रहा है। काउंसलिंग और ट्रीटमेंट के बाद काफी युवा नशे को छोड़ सामान्य जीवन जी रहे हैं। कार्यक्रम में एएसपी अमरेंद्र सिंह, सुशील आर्य, ब्रह्माकुमारी अंजू उपस्थित रहीं।