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वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने के लिए किसी को ढाल न बनाएं : जोगेंद्र तालु

ग्राम स्वराज किसान मोर्चा व भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति की संयुक्त बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र तालु ने  कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने के लिये किसी भी अधिकारी को ढाल नहीं बनाना चाहिये।  रविवार को कस्बा तोशाम के तिकानो...

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भिवानी में रविवार को आयोित मीटिंग में मौजूद ग्राम स्वराज किसान मोर्चा व भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति के सदस्य। - हप्र
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ग्राम स्वराज किसान मोर्चा व भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति की संयुक्त बैठक में प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र तालु ने  कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने के लिये किसी भी अधिकारी को ढाल नहीं बनाना चाहिये।  रविवार को कस्बा तोशाम के तिकानो पार्क में आयोजित की गई। बैठक में दोनों संस्थाओं के पदाधिकारियों ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या मामले पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए निष्पक्ष व पारदर्शी जांच की मांग उठाई।

प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र तालु ने कहा कि यह मामला पूरे प्रदेश की न्याय व्यवस्था और प्रशासनिक निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि जांच में किसी भी प्रकार का राजनीतिक या प्रशासनिक दबाव नहीं होना चाहिए। वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने या मामले को दबाने का प्रयास लोकतंत्र के लिए खतरा है। प्रदेश महासचिव मा. रघुबीर भेरा ने कहा कि यदि जांच निष्पक्ष नहीं हुई तो समाज का विश्वास प्रशासन से उठ जाएगा।

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रोहतक के एसपी या किसी को न बनाएं ढाल : जोगेंद्र तालु

उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने के लिए रोहतक के पुलिस अधीक्षक या किसी अन्य अधिकारी को ढाल नहीं बनाया जाना चाहिए। जो भी अधिकारी या व्यक्ति दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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उन्होंने कहा कि एडीजीपी जैसे वरिष्ठ अधिकारी की आत्महत्या कोई सामान्य घटना नहीं है, बल्कि यह तंत्र के भीतर मौजूद दबाव, भेदभाव और अन्याय की गंभीर निशानी है। ऐसे में सच्चाई सामने लाना जरूरी है ताकि भविष्य में कोई अधिकारी या कर्मचारी ऐसी त्रासदी का शिकार न बने। सभी ने सरकार से मांग की कि इस मामले की जांच उच्च न्यायिक आयोग या किसी स्वतंत्र एजेंसी से करवाई जाए, ताकि पीडि़त परिवार को न्याय मिल सके और दोषियों को सजा दी जा सके।

पत्नी के विरोध के बाद हरियाणा के IPS वाई. पूरन कुमार आत्महत्या मामले में FIR में जोड़ी गईं नई धाराएं

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