बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देती है दिवाली
दिवाली का त्योहार हमें अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का संदेश देता है। यह त्योहार एकता, प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देने के साथ हमें अपने भीतर की नकारात्मकता और बुराइयों को दूर...
दिवाली का त्योहार हमें अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का संदेश देता है। यह त्योहार एकता, प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देने के साथ हमें अपने भीतर की नकारात्मकता और बुराइयों को दूर कर सकारात्मकता की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। श्री विश्वकर्मा पांचाल सुधार समाज के प्रदेशाध्यक्ष एवं समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने शुक्रवार को एक धार्मिक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुये यह बात कही। उन्होंने कहा है कि जिस तरह दीये की रोशनी अमावस्या की काली रात को दूर करती है, उसी तरह हमें भी जीवन में अज्ञानता और बुराई को दूर कर सच्चाई और अच्छाई के रास्ते पर चलना चाहिए। दीपावली का पर्व हमें अपनी इंद्रियों को नियंत्रित कर आत्म-चिंतन और आंतरिक जगत को खोजने के लिए भी प्रेरित करता है। यह हमें भीतर से भी दीये जलाने को कहता है। इस अवसर पर समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने सभी को दिवाली, भैयादूज व विश्वकर्मा डे की बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा है कि हम सभी ने दिवाली मनाते हुए पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना होगा। पटाखों के अत्यधिक उपयोग से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए हमें पर्यावरण के अनुकूल और हरित दिवाली मनाने पर ध्यान देना चाहिए। साहब सिंह खरींडवा ने बोलते हुए कहा है कि एकता ही सबसे बड़ी कामयाबी होती है, जिस समाज में एकता नहीं है वह समाज विकास के मामले पिछड़ जाता है।