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स्टूडेंट कबड्डी लीग के आयोजकों और विजेताओं में कैश अवाॅर्ड को लेकर विवाद

समालखा, 22 जून (निस) पट्टीकल्याणा के ग्राम विकास एवं साधना केंद्र पर आयोजित स्टूडेंट कबड्डी लीग इंडिया के सीजन-5 की विजेता टीम व आयोजकों के बीच उस समय विवाद खड़ा हो गया जब 52 किलो भार में प्रथम विजेता रही...
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समालखा, 22 जून (निस)

पट्टीकल्याणा के ग्राम विकास एवं साधना केंद्र पर आयोजित स्टूडेंट कबड्डी लीग इंडिया के सीजन-5 की विजेता टीम व आयोजकों के बीच उस समय विवाद खड़ा हो गया जब 52 किलो भार में प्रथम विजेता रही झज्जर की गोवा ड्रैगन टीम ने आयोजक से घोषित 71 हजार का कैश अवाॅर्ड देने को कहा। खिलाड़ियों ने आयोजक पर कथित दुर्व्यवहार व मारपीट करने के आरोप लगाए। धक्कामुक्की में टीम का एक खिलाड़ी भी चोटिल हो गया। पिछले 24 घंटे से झज्जर टीम के खिलाड़ी साधना केंद्र के बाहर भूखे प्यासे बैठे हैं और आयोजक को कोस रहे हैं।

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झज्जर की गोवा ड्रैगन टीम के कप्तान हितेश व वरिष्ठ खिलाड़ी प्रदीप, कुणाल, भोला, अंश व रोहित ने बताया कि वे पट्टीकल्याणा के ग्राम विकास एवं साधना केंद्र पर 20 से 23 जून तक आयोजित की गई स्टूडेंट कबड्डी लीग इंडिया में भाग लेने आए थे। इसमें लड़कों की 16 व लड़कियों की 8 टीमों ने हिस्सा लिया था। 22 जून को उनकी टीम व एमपी सटीलर टीम के बीच फाइनल मैच हुआ। उसे पराजित कर 52 किलो भार में प्रथम विजेता बने। प्रतियोगिता के आयोजक एडवोकेट रोबिन कुमार ने उन्हें घोषित अवाॅर्ड 71 हजार रुपये का थरमाकोल शीट पर छपा पीएनबी बैक का डमी चेक व ट्राॅफी से सम्मानित किया। खिलाड़ियों ने जब आयोजक से डमी चेक के बदले घोषित अवाॅर्ड देने को कहा तो वह 45 दिन की प्रोसेसिंग बताकर टाल-मटोलकर भागने लगे। जब उसे रोकने का प्रयास किया तो धक्का दिया जिससे अंशु को गिरने से चोट लगी है।

खिलाड़ियों ने आरोप लगाया कि प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए 1500 रुपये टीम एंट्री के अलावा फाइल चार्ज के 380 रुपये प्रति खिलाड़ी व 150 रुपये आई कार्ड के नाम पर सभी से चार्ज किए गए। इस तरह प्रतियोगिता में आए करीब 500 खिलाड़ियों से प्रत्येक से 2500 से 3000 रुपये चार्ज किए गए, लेकिन कैश देने के नाम पर उन्हें अपमानित किया गया। इस संदर्भ में आयोजक एडवोकेट रोबिन का पक्ष जानने को फोन किया गया तो स्वीच ऑफ मिला।

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