नक्सल अभियानाें का नेतृत्व करने वाले जड़ोदी के डीआईजी बाबूराम वीरता पदक से सम्मानित
गांव जड़ोदी के बाबूराम जोकि बिहार में डीआईजी के पद पर कार्यरत हैं, उन्हें 15 अगस्त के मौके पर केंद्र सरकार ने वीरता पदक से सम्मानित किया है। 2016 में बिहार के अति नक्सल प्रभावित जिला औरंगाबाद में एसपी के पद पर रहते हुए उन्होंने कई नक्सल अभियानों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया। जुलाई में लगातार बरसात के मौसम में छकरबंधा के जंगलों में नक्सलियों के विरुद्ध अभियान का नेतृत्व कर रहे थे। जब नक्सलियों ने पहाड़ों के बीचों बीच डुमरी नाला में से गुजर रही कोबरा की पिछली टीम को घात लगाकर आईडी विस्फोट कर काफी नुकसान पहुंचाया। तब लगातार 2 दिन तक जंगल में ऑपरेशन में रहने के कारण फोर्स का खाना पानी सब समाप्त हो चुका था। इस समय लौटती टीम पर नक्सलियों ने छिप कर धोखे से हमला किया। इस पर एसपी बाबू राम के नेतृत्व में कोबरा की जो अगली टीम थी, उसने पहाड़ी की चोटी पर घात लगाकर बैठे नक्सलियों के ऊपर जबरदस्त आक्रमण किया। विस्फोट में पहला नुकसान उठाने के बावजूद और दुश्मन के पहा़ड़ की चोटी पर ऊंचाई पर होने के पर भी इस जांबाज अधिकारी और उनकी टीम ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए नक्सलियों की कमर तोड़ दी और वे घटनास्थल से जंगल में पीछे की ओर भाग गए। परन्तु अपने साथियों के 3 शव और 4 बड़े़ हथियार एवं अन्य सामग्री फिर भी साथ नहीं ले जा सके। इस स्थिति बाबू राम ने खुद ही टीम के मनोबल को बढ़ाया कि भूख, प्यास, थकावट और जख्मों को नजरअंदाज कर अपने घायल साथियों को जंगल से खुद ही रेस्क्यू करके बाहर ले जाना होगा। शाम होने के बावजूद अपनी टीम की मदद से घायल साथियों को कंधों पर उठाकर रात में 11 बजे तक जंगल से बाहर निकल सके। इस प्रकार आईडी के विस्फोट में प्रारंभिक नुकसान उठाने के बावजूद न केवल दुश्मन के एम्बुश को तोड़ा बल्कि सफलतापूर्वक उनके तीन साथियों को मार गिराया। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने बाबू राम डीआईजी और उनकी टीम को वीरता पदक देने की घोषणा कर सम्मानित किया है।