सामाजिक संस्था श्री कैलाशी सेवा समिति फाउंडेशन ने गंगोत्री स्थित दंडी स्वामी मंदिर में पंडित आशाराम और स्वामी हरिहर की देखरेख में सावन का भंडारा लगाया। पानीपत से सैकड़ों श्रद्धालु इस भंडारे में शामिल हुए। समिति फाउंडेशन के प्रधान अशोक कैलाशी ने बताया कि पानीपत के भक्तों को भंडारे से पहले काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करवाए। साथ ही उत्तरकाशी से 10 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित विमलेश्वर भगवान के मंदिर में अभिषेक करवाया। शिव पुराण प्रवक्ता माधव भट्ट की देखरेख में अभिषेक संपन्न हुआ। इस दौरान माधव भट्ट ने बताया कि उत्तरकाशी गंगोत्री भगवान केदारनाथ की भूमि है। गुरुओं की इस भूमि में अनेक संतों, नवोदित संत तपस्या कर रहे हैं। अनेक संत, तपोवन में तप कर चुके हैं। केदारनाथ की इस भूमि में भगवान शंकर की जटाओं से निकली गंगा की महिमा है। लाखों लोग यहां दर्शन करने पहुंचते हैं। इस अवसर पर नरेश गंगवानी, कप्तान सिंह, कैप्टन अनिल कौशिक, जेपी शर्मा, अखिलेश मित्तल, कुलदीप गोयल, ललित, सतीश सैनी मुख्य रूप से मौजूद रहे। गौरतलब है कि श्री कैलाशी सेवा समिति फाउंडेशन पूरे देश में एकमात्र एेसी संस्था है जो पिछले 30 वर्षों से केदारनाथ क्षेत्र में पूजा अर्चना, तपस्या करने वाले संतों, गुफाओं में भक्ति करने वाले संतों के लिए राशन भेजती है। संस्था ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन अर्थात छह-छह माह के लिए हिमालय में रहने वाले संतों के लिए राशन की व्यवस्था कर रही है। 25 सदस्यीय इस संस्था ने लोकडाउन के बाद सावन में भी गंगोत्री में संतों के लिए भंडारे की व्यवस्था शुरु की। जो आज भी निर्बाध रूप से चल रही है।
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