मनोनीत तीनों पार्षद स्ावर्ण जातियों से लेने पर भाजपा जिलाध्यक्ष को पद से हटाने की मांग
इकबाल सिंह शांत
नगर परिषद डबवाली में तीनों पार्षद स्ावर्ण जातियों से मनोनीत किये जाने का मामला डबवाली की भाजपा जिलाध्यक्ष रेणु शर्मा के पद की बलि लेने की ओर निकल पड़ा है।
डबवाली के एससी समाज ने जिलाध्यक्ष को दलित विरोधी बताते हुए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को एसडीएम की मार्फत पत्र भेजा है, जिसमें तुरंत जिलाध्यक्ष पद से हटाने की मांग की गई। बृहस्पतिवार को एससी समाज के लोग रैगर धर्मशाला में एकत्रित हुए। बैठक में समाज से सबंधित पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष, मौजूदा व पूर्व पार्षद व एससी संगठनों से वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में आरोप लगाया कि जिला भाजपा संगठन की सिफारश पर आधार पर ही तीनों स्ावर्ण पार्षद लिए गये हैं और तीनों ही जिला संगठन के करीबियों में से हैं। बैठक में अखिल भारतीय रैगर महासभा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष प्रेम कनवाड़िया, पूर्व नगर पालिका चेयरमैन आशा वाल्मीकि, पार्षद प्रेम बहल, पार्षद अमरनाथ बागड़ी, पार्षद भारत भूषण व पूर्व पार्षद रविद्र बबलू ने कहा कि डबवाली हलके में एससी व पिछड़ा समाज की आबादी 30 प्रतिशत से अधिक है। एससी व पिछड़ा समाज में 40 से अधिक जातियां है, जिसमें से ज्यादातर लोगों ने भाजपा को वोट दिए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा में दलित समाज से कई निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। इसके बावजूद तीनों पार्षद स्ावर्ण समाज से लिए गये, ऐसी अनदेखी सहन करने लायक नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष प्रेम कनवाड़िया ने कहा कि भाजपा नेतायों के निजी सचिव व रिश्तेदारों को महत्व से पार्टी में भाई-भतीजावाद पंप रहा है, जबकि इन नेताओं के पास 50 वोटों का जनाधार भी नहीं है। बैठक में 2 पार्षद एससी व पिछड़े वर्ग से लेने की मांग की गयी।
रेणु शर्मा बोलीं- हाईकमान ने मनोनीत किये
जिलाध्यक्ष रेणु शर्मा का कहना है कि वह एससी विरोधी नहीं हैं, हमारे लिए सभी वर्ग बराबर हैं। जिला शिकायत निवारण कमेटी सिरसा में बकायदा 4 सदस्य एससी वर्ग से हैं। जिला संगठन के 22 पदाधिकारियों में से 2 महिलाओं समेत कुल 5 पदाधिकारी एससी वर्ग से हैं। तीनों पार्षद पार्टी हाईकमान स्तर पर मनोनीत हुए हैं, जिसमें जिलाध्यक्ष का कोई दखल नहीं है।