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रतिया पंचायत समिति अध्यक्ष की कुर्सी का फैसला 10 को

भाजपा के ही दो गुट आमने-सामने

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फतेहाबाद, 5 जनवरी (हप्र)

पंचायत समिति रतिया के अध्यक्ष केवल मेहता की कुर्सी का फैसला 10 जनवरी को होगा। अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर उसी दिन सुबह 10 बजे वोटिंग होगी। उक्त जानकारी देते हुए डीडीपीओ अनूप कुमार ने बताया कि रतिया पंचायत समिति अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 10 जनवरी को वोटिंग तय की गई है।

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गौरतलब है कि इससे पहले दो बार 4 दिसंबर व 3 जनवरी को अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक टल चुकी है, जिसका कारण एडीसी के छुट्टी पर चले जाना बताया गया। इसलिए तीसरी बार बैठक कराना अनिवार्य है। 3 जनवरी को पंचायत समिति रतिया के अध्यक्ष केवल मेहता ने दो बार अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक टाले जाने पर गुस्सा जाहिर किया था और हाईकोर्ट में जाने की चेतावनी दी थी।

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बिल्कुल यही हालात भट्टू पंचायत समिति की चेयरपर्सन के साथ हुआ था। जब दो बार बैठक स्थगित कर दी गई तो भट्टू पंचायत समिति की चेयरपर्सन हाइकोर्ट पहुंची तो प्रशासन को 31दिसंबर को बैठक करवानी पड़ी, जिसमें चेयरपर्सन के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। याद रहें कि गत विधानसभा चुनावों में टिकट कटने के बाद रतिया के पूर्व विधायक लक्ष्मण नापा कांग्रेस में चले गए थे, बाद में उनके समर्थक पंचायत समिति अध्यक्ष केवल मेहता भी कांग्रेस में चले गए थे।

चुनाव सम्पन्न होने के बाद भाजपा प्रत्याशी रही महिला नेता की शह पर कुल 22 में से 16 सदस्यों ने जिला उपायुक्त को पत्र सौंपकर अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया, लेकिन पंचायत समिति के अध्यक्ष केवल मेहता को भाजपा संगठन का साथ मिल गया, जिस कारण रतिया में पंचायत समिति को लेकर भाजपा में ही दो गुट बन गए। एक गुट अध्यक्ष को हटाने में लगा है तो दूसरा गुट उसकी कुर्सी बचाने में।

इसी बीच रतिया पंचायत समिति अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर एक और ड्रामा हुआ जब 3 जनवरी को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी थी तो 1 जनवरी देर शाम पंचायत समिति सदस्य नवीन के भाई की ओर से अध्यक्ष केवल मेहता के खिलाफ उनके भाई के अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया गया, लेकिन मामला दर्ज होने के दो घंटों के भीतर ही कथित रूप से अपहृत सदस्य नवीन ने एसपी से लेकर रतिया एसएचओ तक को फोन करके कहा कि उनका किसी ने अपहरण नहीं किया, वह तो निजी काम से गुरुग्राम आये हैं तथा अगले दिन सदस्य नवीन ने रतिया पहुंचकर पुलिस को हल्फिया ब्यान देकर अपने अपहरण के मामले को झूठा बताया। अब जिला प्रशासन ने तीसरी बार बैठक की तारीख 10 जनवरी मुकर्रर कर दी।

अध्यक्ष के पास 8 सदस्यों का समर्थन!

बताया जाता है कि जिस प्रकार कांग्रेस समर्थक भट्टू पंचायत समिति अध्यक्ष अपनी कुर्सी बचाने में सफल हो गईं, वैसे ही रतिया पंचायत समिति अध्यक्ष केवल मेहता भी अपनी कुर्सी बचा लेंगे। बताया जाता है कि उनके पास 8 सदस्यों का समर्थन है, जबकि कुर्सी बचाने के लिए कुल 22 में से मात्र 7 सदस्यों की ही दरकार है।

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