मंडियों में धान खरीद कार्यों का डीसी ने लिया जायजा
हरियाणा में अनाज मंडियों में हालांकि धान की खरीद 22 सितंबर से शुरू हो चुकी है, लेकिन पोर्टल पर मिसमैच के कारण अभी तक सरकारी खरीद बहुत कम हुई है, जिसके चलते किसान परेशान है और मंडियों में धान के ढेर लगने शुरू हो चुके हैं। डीसी ने जिले की विभिन्न अनाज मंडियों का दौरा किया। उन्होंने किसानों और आढ़तियों से बात की। उन्होंने मीडिया से कहा कि पोर्टल के मिसमैच के कारण खरीद में दिक्कत आ रही है, जल्दी ही उस दिक्कत को दूर किया जाएगा और जल्दी ही खरीद सुचारू रूप से शुरू हो सकेगी। उन्होंने कहा कि उठान को लेकर भी मिलर से बातचीत चल रही है, उसका भी जल्दी समाधान हो जाएगा।
डीसी पार्थ गुप्ता ने सरस्वती नगर मंडी का निरीक्षण करते हुए धान खरीद कार्यों के साथ अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया और किसानों व आढ़तियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि जिले में हैफेड, वेयर हाऊस और फूड सप्लाई एजेंसियों द्वारा धान की खरीद की जा रही है। इस वर्ष जिला की मंडियों में लगभग 6 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा गया है। सरकार द्वारा ग्रेड-ए धान 2,389 रुपये प्रति क्विंटल, कॉमन ग्रेड धान 2,369 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि 26 सितंबर 2025 तक जिला की सभी 13 मंडियों में 14,536 मीट्रिक टन ग्रेड-ए धान की आवक हो चुकी है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 6,937 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 2,406 मीट्रिक टन, हरियाणा भण्डारण निगम द्वारा 5,194 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर अनाज मंडी में 1,184 मीट्रिक टन, छछरौली अनाज मंडी में 864 मीट्रिक टन, गुमथला रॉव अनाज मंडी में 111 मीट्रिक टन, जगाधरी अनाज मंडी में 2,857 मीट्रिक टन, खारवन मंडी में 339 मीट्रिक टन, सरस्वती नगर अनाज मंडी में 4,579 मीट्रिक टन, रादौर अनाज मंडी में 1,455 मीट्रिक टन, रणजीतपुर अनाज मंडी में 133.5 मीट्रिक टन, रसूलपुर मंडी में 1,073 मीट्रिक टन, साढौरा अनाज मंडी में 1,941 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है।