संविधान साधारण दस्तावेज नहीं, राष्ट्र की आत्मा : रमन त्यागी
संविधान दिवस के अवसर पर यमुनानगर कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रमन त्यागी ने संविधान की महत्ता, भारतीय लोकतंत्र की मूल संरचना और नागरिकों की जिम्मेदारियों पर विस्तार से अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान केवल एक साधारण दस्तावेज़ नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा है, जिसने देश को एक मजबूत दिशा, स्थिरता और लोकतांत्रिक आधार प्रदान किया है। संविधान सभी नागरिकों को समानता, न्याय और स्वतंत्रता जैसे मौलिक अधिकार देता है, जो हर भारतीय को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर प्रदान करते हैं। यह बात उन्होंने यहां कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में कही। रमन त्यागी ने कहा कि संविधान दिवस कोई औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि उन मूल्यों को याद करने का अवसर है जिनके आधार पर देश की लोकतांत्रिक संरचना खड़ी है। यह दिवस हमें संवैधानिक दायित्वों के प्रति जागरूक रहने और देश के विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की प्रेरणा देता है।
बैठक के दौरान संगठनात्मक मुद्दों, आगामी कार्यक्रमों और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने की रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा की गई। कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर कहा कि वे कांग्रेस की विचारधारा और संवैधानिक मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
