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CM Flying Squad Raid पशु चिकित्सालय भाटला का स्टाफ-डॉक्टर नदारद, स्टॉक में मिलीं एक्सपायरी दवाएं

पंकज नागपाल/निस हांसी, 20 मई CM Flying Squad Raid हांसी उपमंडल के अंतर्गत आने वाले गांव भाटला स्थित पशु चिकित्सालय में मंगलवार सुबह सीएम फ्लाइंग टीम ने औचक निरीक्षण किया। सब-इंस्पेक्टर डॉ. सुनैना के नेतृत्व में पहुंची टीम ने अस्पताल...
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पशु अस्पताल में जांच करतीं सीएम फ्लाइंग की टीम। -निस
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पंकज नागपाल/निस

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हांसी, 20 मई

CM Flying Squad Raid हांसी उपमंडल के अंतर्गत आने वाले गांव भाटला स्थित पशु चिकित्सालय में मंगलवार सुबह सीएम फ्लाइंग टीम ने औचक निरीक्षण किया। सब-इंस्पेक्टर डॉ. सुनैना के नेतृत्व में पहुंची टीम ने अस्पताल की बदइंतजामी का पर्दाफाश किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल का पूरा स्टाफ गैरहाजिर पाया गया, वहीं स्टॉक से एक्सपायरी दवाएं भी बरामद हुईं।

ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार दयाचंद भी छापेमारी के दौरान टीम के साथ मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि अस्पताल में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं और इसकी विस्तृत रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी।

डेढ़ घंटे तक इंतज़ार, फिर खुला गैरहाजिरी का सच

सीएम फ्लाइंग की टीम सुबह 7:50 बजे अस्पताल पहुंची, जबकि तैनात पशु चिकित्सक डॉ. रितु लगभग 9:15 बजे तक अस्पताल नहीं पहुंचीं। वीएलडीए ने बाद में छुट्टी का आवेदन प्रस्तुत किया, जबकि स्वीपर मेडिकल अवकाश पर बताया गया। आश्चर्यजनक रूप से, अस्पताल की सफाई का काम स्वीपर के नाबालिग पुत्र से कराया जा रहा था, जो सेवा नियमों का सीधा उल्लंघन है।

रिकॉर्ड में अनियमितता, दवाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल

टीम ने जब दवाओं के स्टॉक की जांच की तो कई दवाएं एक्सपायरी पाई गईं। अस्पताल में न तो दवाओं का उचित रिकॉर्ड संधारित किया गया था, न ही आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित थी। सब-इंस्पेक्टर डॉ. सुनैना ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब करते हुए कहा कि “पशुओं के उपचार से जुड़ी सेवाओं में इस स्तर की लापरवाही निंदनीय है, और दोषियों पर कठोर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”

ग्रामीणों ने भी की खुलकर शिकायतें

निरीक्षण के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण अपने मवेशियों के इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे। ग्रामीणों ने टीम के समक्ष डॉक्टरों की लगातार अनुपस्थिति, सुविधाओं की कमी और स्टाफ के असहयोगी रवैये की शिकायतें दर्ज कराईं। एक ग्रामीण ने बताया, “हफ्तों से अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिलते, कई बार मवेशी बिना इलाज के ही वापस ले जाने पड़ते हैं।”

उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी रिपोर्ट, कार्रवाई के संकेत

ड्यूटी मजिस्ट्रेट दयाचंद ने बताया कि छापेमारी में जो भी खामियां उजागर हुई हैं, उन्हें रिपोर्ट के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी ऐसे निरीक्षण जारी रहेंगे और गैर-जिम्मेदार स्टाफ को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

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