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दावे 72 घंटे के, भुगतान नहीं हुआ 720 घंटे बाद भी, किसानों में गुस्सा

ललित शर्मा/हप्र कैथल, 1 मई भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट के नेतृत्व में सैकड़ों किसान मार्केट कमेटी कैथल कार्यालय मे पहुंचे। वहां पर कमेटी कार्यालय के बाहर किसानों ने मंडी से उठान न होने को...
कैथल अनाज मंडी में सरकार विरोधी नारे लगाते किसान।-हप्र
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ललित शर्मा/हप्र

कैथल, 1 मई

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भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट के नेतृत्व में सैकड़ों किसान मार्केट कमेटी कैथल कार्यालय मे पहुंचे। वहां पर कमेटी कार्यालय के बाहर किसानों ने मंडी से उठान न होने को लेकर प्रशासन व ठेकेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उसके बाद युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना व जिलाध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल के नेतृत्व में किसानों ने एसडीएम अजय सिंह को जिला उपायुक्त कैथल के नाम ज्ञापन सौंपा। युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से शुरू हो गई थी, लेकिन आज एक महीना बीत जाने पर भी गेहूं उठान न होने को लेकर अभी तक किसानों के खाते मे पैसे नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार दावे तो करती है किसानों को 72 घंटे भुगतान कर देंगे, लेकिन 720 घंटे बाद भी किसानों के खातों में भुगतान नहीं हो रहा है। इससे किसानों में गुस्सा है। भाकियू (चढ़ूनी) सरकार से मांग करती है कि गेहूं लिफ्टिंग ठेकेदार का ठेका तुरंत प्रभाव से रद्द करके उसको ब्लैकलिस्ट करके उठान का टेंडर किसी और एजेंसी को दे दिया जाए, ताकि उठान का काम सुचारु रूप से हो सके।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कल तक गेहूं उठान में तेजी नहीं आई तो भाकियू जिला सचिवालय कैथल में प्रदर्शन करेगी। कैथल की पुरानी और नई अनाज मंडी के हालात देखें तो गेहूं के पहाड़ बने पड़े हैं, पर कोई उठान नहीं और न ही फसल उठाने का कोई इंतजाम। विक्रम कसाना ने कहा कि खुले में पड़ी फसल पर खराब मौसम का प्रकोप जारी है, मंडी के मजदूरों के हालात तो और खराब हैं।

आज आलम यह है कि 7 से 8 दिन तक उठान की बारी ही नहीं आती तो मजदूर को भरपेट रोटी खाने की भी मजदूरी कहां से मिलेगी? जब तक गेहूं का उठान होकर पूरी गेहूं गोदाम तक नहीं पहुंच जाती, सरकार के मापदंडों के मुताबिक उसका भुगतान नहीं होता। किसान नेता विक्रम कसाना ने कहा कि गेहूं का उठान न कर रहे ठेकेदारों व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो। गेहूं उठान की सबसे ज्यादा समस्याएं कैथल जिले की मंडियों से आ रही है,जिस ठेकेदार ने गेंहू उठान का पूरे जिले का ठेका ले रखा है उसके पास पर्याप्त वाहनों का प्रबंध नहीं है।

इस मौके पर युवा जिलाध्यक्ष विक्रम दुसैण, रणधीर बरसाना, पिरथी कौल, सुरेंद्र बरटा, बलिहार साघनं, भूपेन्द्र सांघन, मोनी सिकंदर खेडी, गुरुमुख फरल, निर्मल फरल, सुभाष बरसाना, विनोद बरसाना, भीम खनौदा, अमित क्योडक़, आशु कौल, रामपाल मुंदडी, लहणा मुंदड़ी, राजेंद्र पबनावा, परमजीत फरल सहित सैकड़ों किसान उपस्थित थे।

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