घरौंडा हर्बल पार्क में बच्चों के झूले टूटे, अभिभावक नाराज़
घरौंडा, 5 अप्रैल (निस)
नगरपालिका जहां करोड़ों की लागत से चिल्ड्रन पार्क बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है, वहीं दूसरी ओर पहले से मौजूद घरौंडा के हर्बल पार्क में बच्चों के लिए लगाए गए झूले अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। पार्क में घूमने आने वाले बच्चों का इन झूलों पर खेलने का मन तो करता है, लेकिन टूटे और खराब झूलों को देखकर वे पीछे हट जाते हैं और अभिभावक भी नगरपालिका की अनदेखी को कोसने लगते हैं। हर्बल पार्क में लगे झूलों की हालत बेहद खराब है। राउंड सर्कल व्हील पूरी तरह से टूटा हुआ है। स्लाइडर की सीटें इतनी ज्यादा घिस चुकी हैं कि अगर कोई बच्चा इन पर स्लाइड करता है तो उसके चोटिल होने की पूरी संभावना है। स्लाइडर में नीचे से भी बड़े-बड़े होल हो चुके हैं, जिससे झूले की मजबूती पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पार्क में घूमने आए विकास, मोहित, नीरज, तरुण, विनोद, पवन, हिमांशु समेत अन्य लोगों ने बताया कि झूलों की मरम्मत की जिम्मेदारी निभाने में नगरपालिका की लापरवाही साफ नजर आ रही है। स्लाइडर पर चढ़ने के लिए लगी सीढ़ी ही टूटी हुई है। पार्क में लगे कुछ बैठकर जम्प करने वाले झूलों की हालत भी दयनीय है। झूले के हेंडल ही गायब हैं, वहीं जो बड़ा व्हील झूला है, उसका बेरिंग टूट चुका है। अब उसकी हालत ऐसी है कि उसे चलाना तो दूर, हिलाना भी मुश्किल हो गया है।
बच्चे झूलना चाहते हैं, लेकिन डर के मारे नहीं चढ़ते
लोगों का कहना है कि पार्क तो बना है, झूले भी लगे हुए हैं, लेकिन हालात इतने खराब हैं कि बच्चे झूलने की हिम्मत नहीं कर पाते। उनका कहना है कि नगरपालिका लाखों रुपये पार्क की मेंटिनेंस पर खर्च करती है, लेकिन झूलों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जाता। जब सामान्य पार्कों में झूले संभाले नहीं जा रहे, तो चिल्ड्रेन पार्क बन जाने के बाद उसकी देखरेख कैसे की जाएगी? लोगों का ये भी मानना है कि अगर इसी तरह लापरवाही रही तो नया चिल्ड्रेन पार्क भी कुछ महीनों में हर्बल पार्क जैसा हाल देखेगा। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि नये पार्क और योजनाओं के साथ-साथ पुराने पार्कों की हालत सुधारना भी जरूरी है।
झूलों का जल्द होगा निरीक्षण और मरम्मत : पालिका सचिव
नगरपालिका सचिव रविप्रकाश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हर्बल पार्क की देखरेख नगरपालिका करती है और झूलों की मेंटिनेंस की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है। उन्होंने कहा कि अगर झूलों में कोई दिक्कत है तो जल्द ही मौके का निरीक्षण करवाया जाएगा और झूलों को ठीक किया जाएगा।