पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है छठ पर्व : रमन त्यागी
छठ पूजा का पावन पर्व मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। अर्घ्य अर्पित करने के बाद व्रतियों ने विधि-विधान से व्रत का पारण किया। पश्चिमी यमुना नहर के बॉडी माजरा स्थित घाट पर छठ पूजा का मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रमन त्यागी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम में पहुंचने पर पूर्वांचल सभा के पदाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। रमन त्यागी ने श्रद्धालुओं को छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व आस्था और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। छठ केवल पूर्वांचल ही नहीं, अब पूरे देश का पर्व बन गया है। घाटों पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने व्यवस्था संभाली। पर्व के अंतिम दिन तड़के सूर्योदय के समय व्रती पश्चिमी यमुना नहर के लगभग सभी घाटों पर एकत्र हुए। जल में खड़े होकर व्रतियों ने सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया और सामूहिक रूप से वैदिक मंत्रोच्चारण किया। व्रतियों ने गन्ने की मड़ई में रखे प्रसाद को ग्रहण किया और 36 घंटे का कठोर निर्जला उपवास समाप्त किया।
