हथिनीकुंड बैराज के पास सुरक्षा दीवार के सीमेंट ब्लॉक बहे, बाढ़ का खतरा
हथिनीकुंड बैराज से लगातार हो रहे डिस्चार्ज के बीच बैराज की सुरक्षा के लिए बनाई गई दीवार को नुकसान हुआ है। इस दीवार की सुरक्षा के लिए बनाए गए कई सीमेंट के ब्लॉक पानी में बह गए। हालांकि अधिकारी इसे बड़ा खतरा नहीं मान रहे ,लेकिन पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही वर्षा जारी रहती है तो इससे नुकसान हो सकता है। सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल का कहना है कि फिलहाल बैराज की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं। जैसे ही पानी कम होगा इसकी मरम्मत करवा ली जाएगी। बैराज के सभी गेट पिछले 60 घंटे से खुले हुए हैं। बैराज से लगातार पानी डिस्चार्ज हो रहा है। आज भी अपनी डेढ़ से 2 लाख क्यूसेक के बीच में डिस्चार्ज होता रहा। इसी बीच यमुनानगर के डीसी पार्थ गुप्ता, एसीप कमलदीप गोयल, सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल समेत अन्य अधिकारियों ने हथिनीकुंड बैराज का दौरा किया। उन्होंने यमुनानगर के बाढ़ प्रभावित कई गांव का भी दौरा किया। डीसी ने बताया कि अभी भूमि कटाव मुख्य समस्या है, जिसके चलते सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग, पंचायत विभाग द्वारा मिलकर कटाव को रोकने के प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यमुना के आसपास के एरिया के 200 गांव में स्थिति सामान्य होने तक स्कूलों में बच्चों की छुट्टियां घोषित की गई हैं। यमुनानगर के बैडी गांव में एक मकान गिरने की सूचना है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई है। हरियाणा सरकार के नियम मुताबिक जल्दी ही प्रभावित परिवार को सहायता राशि दी जाएगी। एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि उन्होंने अपने सभी थाना प्रभारी को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने इलाके में जांच करवाए, अगर किसी मकान की नींव में पानी लग रहा है, मकान गिर सकता है तो उस परिवार को सुरक्षित स्थानों पर भिजवाया जाए। यमुनानगर के उन्हेड़ी, पोबरी व कमालपुर आदि इलाकों में भूमि कटाव लगातार जारी है। जिसे रोकने के लिए एसडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं, वह सिंचाई विभाग के कर्मचारियों की सहायता से भूमि कटाव को रोकने का प्रयास कर रहे हैं।
कुरुक्षेत्र में बारिश से 13 मकानों की गिरी छत, 4 की मौत, कई घायल
कुरुक्षेत्र/शाहबाद (हप्र/निस) :
मंगलवार रात से लेकर बुधवार सुबह तक जारी मूसलाधार बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। दुकानों से लेकर घरों तक में पानी घुस गया। भारी बारिश के चलते निजी स्कूल संचालकों ने भी बुधवार को अवकाश कर दिया। वहीं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र कैंपस में घरों में पानी भरने से कुवि प्रशासन ने भी बुधवार को कर्मचारियों की छुट्टी घोषित कर दी। बारिश से शहर भर की सड़कों पर पानी भर गया। बारिश के कारण शीला नगर, राजेंद्रा नगर कुटिया वाली गली, बिरला मंदिर वाला मार्ग, झांसा रोड, पैनोरमा के नजदीक सहित कई निचले इलाकों में बारिश का पानी जमा हो गया। हालांकि जलभराव की खबर मिलते ही नगर परिषद प्रशासन हरकत में आया और नगर परिषद के सफाई कर्मचारी बरसाती पानी की निकासी के काम में जुट गए। डीसी ने बताया कि कुरुक्षेत्र मंे 13 मकानों की छत गिरी और कई घायल हो गए। उधर, अमर विहार काॅलोनी में डेरे की छत गिर गई। हादसे में 2 भाइयों की मौत हो गई जबकि 4 अन्य घायल हो गए। मृत्तकों की पहचान उत्तरप्रदेश के प्रयागराज निवासी संदीप व कुलदीप के रूप में हुई है जो यहां अनाज मंडी में काम करने के लिए एक सप्ताह पहले शाहाबाद आए थे। वार्ड पार्षद विजय कलसी ने बताया कि मंडी रोड स्थित अमर विहार में एक डेरे में 7 लोग सो रहे थे।
रादौर में मलबे में दबे पांच लोग, एक की मौत
रादौर (निस) :
बुधवार सुबह हुई भारी बरसात गांव बैंडी में एक परिवार पर कहर बन कर आई। गांव बैंडी मेें एक कच्चे मकान की छत गिरने से एक परिवार के 3 बच्चों समेत 5 लोग मलबे के नीचे दब गए। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। बैंडी की निशा रानी ने बताया कि सुबह 6 बजे पति मान सिंह (40) टीवी देख रहे थे तभी मकान की छत अचानक ढह गई। पति, बच्चे आरोही, सृष्टि व गर्व मलबे में दब गए। उसने शोर मचाने तो आसपास के लोगों ने बच्चों व पति को बाहर निकाला। पति को घायल अवस्था में सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक मान सिंह पेड़ काटने का काम करता था। ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद करने की मांग की।
समैन में हादसे में परिवार के मुखिया की माैत
टोहाना (निस) :
गांव समैन में बरसात की भेंट चढ़े मकान के पुन: निर्माण में जुटे परिवार पर एक बार फिर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जिस मकान में उन्होंने शरण ली थी, उस मकान की भी छत बीती रात गिरने से परिवार के मुखिया रणधीर सिंह की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दिनों भारी बरसात से इस परिवार का मकान गिर गया था। परिवार ने पास के ही एक पुराने मकान में शरण ली हुई थी। दिनभर चली बरसात से उस मकान की छत बीती रात गिर गई। मलबे में दबने से परिवार के मुखिया रणधीर सिह की मौत हो गई जबकि उसका एक भाई काला पीलिया की बीमारी के कारण पहले से ही अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन व सरकार से पीड़ित परिवार की मदद करने की मांग की।