पार्षद समेत चार के खिलाफ केस दर्ज
चीका नगरपालिका के अनपू्रड क्षेत्र में गलत तरीके से प्राॅपर्टी आईडी बनाकर उसे प्रूव्ड दिखाने के आरोप में चीका पुलिस ने एक पार्षद समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही पालिका सचिव जितेंद्र कुमार ने इस मामले में दोषी ठहराए गए पूर्व नपा सचिव राजेश कुमार व जेई खुशी राम के खिलाफ कार्रवाही के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा है। चीका नगरपालिका के सचिव जितेंद्र कुमार ने 19 सितंबर को चीका पुलिस को पत्र लिख बताया था कि नगरपालिका क्षेत्र में गलत तरीके से प्राॅपर्टी आईडी बनाने का मामला सामने आया था, जिसके जांच करते हुए एसडीएम गुहला कैप्टन प्रमेश सिंह ने पूर्व नपा सचिव राजेश कुमार, नपा जेई खुशी राम, पार्षद राजेश कुमार, रमेश कुमार, राजेंद्र कुमार व राजकुमार को मामले में दोषी ठहराया था। सचिव जितेंद्र कुमार की शिकायत पर चीका थाना में पार्षद राजेश कुमार, रमेश कुमार, राजेंद्र कुमार व राजकुमार के खिलाफ बीएनएस की धारा 318 (4 ), 336 (3), 338 व 340 के तहत मामला दर्ज किया गया है। चीका थाना प्रभारी अमन कुमार ने बताया कि चीका नगरपालिका सचिव की शिकायत पर फर्जी प्रापर्टी आईडी बनवाने के मामले में 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फर्जी प्रापर्टी आईडी से संंबधित सभी दस्तावेज नगरपालिका से मांगे गए हैं। मामले की जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के अनुसार आगामी कार्रवाही अमल में लाई जाएगी। बता दें कि नगरपालिका चीका आजकल बुरी तरह से विवादों में घिरी हुई है। एक तरफ जहां पालिका द्वारा करवाए गए विकास कार्यों पर उंगली उठ रही है और इन विकास कार्यों की विजिलेंस द्वारा जांच की जा रही है। जांच करने आए विजिलेंस अधिकारियों के सामने कई लोगों ने बिना काम किए ही बिल पास करवाने संबंधी ब्यान दर्ज करवाए थे तो दूसरी तरफ 12 पार्षदों ने चेयरपर्सन रेखा रानी के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। ये पार्षद अपने पक्ष का वाइस चेयरमैन बनाने के लिए उपायुक्त से समय देने की मांग कर रहे हैं। ये पार्षद कहीं न कहीं चेयरपर्सन रेखा रानी को भी कुर्सी से हटाने के प्रयास कर रहे है। अब फर्जी प्राॅपर्टी आईडी में पूर्व सचिव, जेई व एक पार्षद का नाम आने से चीका नगरपालिका की छवि को ओर गहरा धक्का लगा है।
एसडीएम की जांच में 35 फर्जी आईडी मिलीं
चीका नगरपालिका क्षेत्र में फर्जी तरीके से प्रापर्टी आईडी बनाने संबंधी एक शिकायत डेरा भाग सिंह निवासी जगजीत सिंह ने 26 जुलाई 2024 को डीसी कैथल को दी थी। शिकायत में जगजीत सिंह ने आरोप लगाया था कि नगरपालिका अधिकारियों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर अनपू्रड जगह को गलत तरीके से पू्रड दर्शा प्राॅपर्टी आईडी बना दी जिससे नगरपालिका को आर्थिक नुकसान पहुंचा है। डीसी ने एसडीएम गुहला को जांच का जिम्मा दिया था। एसडीएम गुहला कैप्टन प्रमेश सिंह ने मौके पर जाकर शिजरा का मिलान कर मामले की बारीकी से जांच की तो ऐसी 35 आईडी पाई गई जो फर्जी तरीके से बनाई गई थी। जांच में एसडीएम ने नपा चीका के पूर्व सचिव राजेश कुमार, जेई खुशी राम समेत चार अन्य लोगों को दोषी ठहराया था।