Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

घेवर के भाव बेचा जा रहा गत्ते का डिब्बा

सावन के सीजन में हलवाई जमकर कूट रहे चांदी...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement
सावन के महीने में चल रहे घेवर और फिरनी मिठाई के सीजन में हलवाई जमकर चांदी कूट रहे हैं। 2 घेवर पैक करने वाले गत्ते के डिब्बे का वजन करीब 200 ग्राम है जिसे वे घेवर और फिरनी के भाव ही 400 रुपये किलो ग्राहकों को तोल कर दे रहे हैं। यदि किसी ने उसी हलवाई से वह अतिरिक्त डिब्बा लेना हो तो उसके 30 रुपये चार्ज किए जाते हैं। सीजन के दौरान हजारों किलो घेवर और फिरनी विभिन्न दुकानों के माध्यम से बिक रही है।
दरअसल बाजार में गत्ते के डिब्बे को ही मिठाई में नहीं तोला जा रहा बल्कि ऊपर बंद होने वाले ढक्कन को हलवाई बड़ी चतुराई से डिब्बे के नीचे रखकर  तोल रहे हैं। यदि कोई ग्राहक एतराज करता है तो उसे खरी-खरी सुननी पड़ती है।

मिठाई के साथ डिब्बा तोलना नियमों के विरुद्ध

माप तोल विभाग की मानें तो नियम है कि दुकानदार डिब्बे के भार के साथ मिठाई नहीं तोल सकता। अधिकारियों ने बताया कि नियम है कि ग्राहक के सामने पहले दुकानदार डिब्बे का वजन करेगा। अधिकांश दुकानदार नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। अगर पैकिंग की मिठाई का वजन कम है और उसे बेचा जा रहा है तो ऐसे में 10 हजार जुर्माना किया जा सकता है।
जिला के माप तोल विभाग में मात्र एक ही कर्मचारी प्रभारी के रूप में तैनात है बाकी सभी तकनीकी हैं। पिछले माह भी 5-6 हलवाइयों की दुकानें चेक की गई थी और एक आध का चालान भी किया गया था। सभी को हिदायत दी गयी कि  डब्बे के साथ मिठाई न तोली जाये। स्टाफ उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यालय को लिखा गया है।   
-अंशुल, मापलोल अधिकारी, अम्बाला
Advertisement
×