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तेजली स्कूल के कैडेट्स व विद्यार्थियों ने मॉक ड्रिल का किया अभ्यास

यमुनानगर, 7 मई (हप्र) शहीद परमिन्द्र सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेजली में एनसीसी कैडेट्स ने स्कूल के विद्यार्थियों के साथ मिलकर मॉक ड्रिल का अभ्यास किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहम्मद सलीम के निर्देशन में तथा एनसीसी चीफ ऑफिसर डॉ....
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यमुनानगर, 7 मई (हप्र)

शहीद परमिन्द्र सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तेजली में एनसीसी कैडेट्स ने स्कूल के विद्यार्थियों के साथ मिलकर मॉक ड्रिल का अभ्यास किया।

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विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहम्मद सलीम के निर्देशन में तथा एनसीसी चीफ ऑफिसर डॉ. उमेश प्रताप वत्स के नेतृत्व में कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों एवं एनसीसी कैडेट्स ने मॉक ड्रिल का अभ्यास किया।

एनसीसी ऑफिसर वत्स ने बताया कि 14 हरियाणा बटालियन एनसीसी यमुनानगर के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल जरनैल सिंह के मार्गदर्शन में विद्यालय के अंदर सभी जेडी व जेडब्ल्यू कैडेट्स ने बहुत ही गंभीरता से मॉक ड्रिल किया। कैडेट्स को समझाया गया कि छोटे सायरन बजने का अर्थ है कि हम अभी खतरे से बाहर हैं अर्थात सुरक्षित हैं, किंतु जब सायरन लगातार देर तक बज रहा है तो युद्ध स्थिति में खतरा बना हुआ है।

एयर स्ट्राइक व बम ब्लास्ट के खतरे से बचने के लिए हमें सुरक्षित स्थान पर स्वयं को बचाना है, जिसका प्रदर्शन करते हुए कैडेट्स एवं विद्यार्थी स्कूल प्रांगण में खड़ी गाड़ियों के नीचे घुस गये, खुले मैदान में यहां-वहां जहां भी स्थान मिला कान दबाकर पेट के बल लेट गये। मैदान में खड़े पेड़ों पर चिपकने का प्रदर्शन किया तथा डूलडैस्क के नीचे घुसकर सुरक्षित होने का प्रदर्शन किया। डॉ. उमेश प्रताप वत्स ने बताया कि बारूद का स्मोक जमीन से लगभग 3-4 फुट ऊपर तक असर दिखाता है।

अतः नीचे पेट के बल लेटने से जहरीले धुंए से भी हम बच सकते हैं। प्रधानाचार्य ने कहा कि मॉक ड्रिल अभ्यास के दौरान कैडेट्स को बताया गया कि हमें लाइट बंद कर ब्लैकआउट करना है, खिड़कियों के पर्दे लगाने हैं और बिना कार्य के घर सेे बाहर नहीं निकलना है।

कैडेट्स तान्या, रक्षिता, माही व जसमीत ने कहा कि हमने मॉक ड्रिल में जो सीखा है, हम अपने परिवार वालों व गांव वालों को भी इसके बारे में जागरूक करेंगे।

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