पानीपत के गांव सिवाह की गौशाला में होगा नस्ल सुधार
पानीपत में चौटाला रोड स्थित कर्मयोगी श्री कृष्ण गौशाला सिवाह की प्रबंधन समिति ने कुरुक्षेत्र गुरुकुल की तर्ज पर दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये गौ नस्ल सुधार करने का फैसला लिया है। गौशाला समिति ने मौजूदा करीब 200 लीटर रोजाना दूध उत्पादन को बढ़ाकर 400-500 लीटर तक करने का फैसला लिया गया है। सिवाह गौशाला में गौ नस्ल सुधार को लेकर किये जाने वाले कार्य में कुरुक्षेत्र गुरुकुल की प्रबंधन समिति द्वारा मदद की जाएगी।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत के ओएसडी डॉ. राजेंद्र विद्यालंकार ने सोमवार को सिवाह गौशाला का दौरा किया और सिवाह गौशाला प्रबंधन समिति से मीटिंग करके गौशाला में दूध उत्पादन बढ़ाने को लेकर गौ नस्ल सुधार करने के लिये प्रेरित किया। इस दौरान सिवाह गौशाला के संरक्षक एवं सरपंच आर्य रणदीप कादियान, गौशाला प्रधान रविंद्र कादियान, उपप्रधान मनोज गोयत, महासचिव राजबीर कादियान, कैशियर प्रवीन शर्मा व सह सचिव सोमदत शर्मा मौजूद रहे। डा. राजेंद्र विद्यालंकार ने कहा कि राज्यपाल आचार्य देवव्रत के मार्ग दर्शन में कुरुक्षेत्र गुरुकुल में विदेशी व देशी नस्ल की गायों द्वारा रिकार्ड दूध दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुरुक्षेत्र गुरुकुल गौशाला में दूध उत्पादन बढ़ाने को लेकर गिर, थारपारकर, हरियाणवी देशी नस्ल व साहीवाल आदि गायों के नस्ल सुधार पर कार्य चल रहा है। गौशाला के संरक्षक रणदीप आर्य व प्रधान रविंद्र कादियान ने बताया कि सिवाह गौशाला में अभी 765 गौवंश है। उनमें से 15 गाय रोजाना करीब 200 लीटर दूध देती है और इसे बढ़ाकर 400-500 लीटर तक करने का प्रयास करेगे।