बॉलीवुड के युगल गीतों से बिखेरा आवाज का जादू
नेहरू पार्क के सामने ग्रीन लैंड में पृथ्वी विधा कुल, दी मोहन विलास अम्बाला व परवाज-एक उड़ान के संयुक्त तत्वाधान में संगीत कार्यक्रम सुरीला संगम-5 का आयोजन किया गया। जिसमें चंडीगढ, पंजाब व हरियाणा से गायक गायिकाओं ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
युगलगीतों के कार्यकम में मुख्यातिथि के रूप में हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण बेदी मौजूद रहे।
नरवाना में केवल युगल गीतों का कार्यक्रम चौथी बार हुआ। कार्यक्रम में उच्च स्तर के गायक गायिकाओं ने भाग लिया। मंच संचालन डाॅ़ प्रदीप राठौर ने किया। इस अवसर पर संगीत प्रबन्धन चंडीगढ़ से डॉ. अरूण कान्त, एआर मैलोडीज एसोसिएशन का तथा साउंड प्रबन्धन के लिए यमुनानगर से पाहवा साउंड ने योगदान दिया। कार्यक्रम में राधिका व जगदीप ढाण्डा ने ‘नजरों से कह दो प्यार में मिलने का मौसम’, ‘मार गई मुझे तेरी जुदाई’, ‘कल की हसीन मुलाकात के लिए’, ‘दिल दिया है, जां भी देंगे’ चार युगलगीत प्रस्तुत किये और श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। जगदीप ढाण्डा की पुत्री नव्या ढाण्डा व नयनिका ने ‘अजीब दास्तां है ये’ गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम को सार्थक रूप दिया। बॉलीवुड सिंगर अरविन्द राजपूत व जसप्रीत जस्सल ने ‘एक हसीना थी’ व ‘सरकी जो सर से वो धीरे-धीरे’ गीत प्रस्तुत किये। नरवाना से ही नरेन्द्र जेठी व राजीव वर्मा पटियाला ने ‘तेरा जलवा तौबा है, तेरा जलवा’, डाॅ़ राघव सिंगला ने ये दो दीवाने दिल के, नरेंद्र गर्ग व सिमरन ने ‘जब कोई बात बिगड़ जाए’, नन्द किशोर व प्रेरणा ने ‘जय जय शव शंकर’गीत गाया। विजय टीक्कू व प्रीति ने चुपके से दिल दे दे] बरिन्द्र खुर्ल व श्रीमती खुर्ल ने ‘साथिया नहीं जाना’, सेवानिवृत आईएएस रोशनलाल ने ‘दिल जो ना कह सका’, बलजीत जांगडा, प्रदीप ढाण्डा, प्रेरणा, कर्मजीत ने ‘रंग जमा के जाएंगे गीत गाया। सेवानिवृत आईएएस दम्पति एसएस प्रसाद, रन्जू प्रसाद ने ‘हम तुम एक कमरे में बन्द हों’, बलजीत सिंह अरविन्द्र कौर ने ‘हम तुम दोनों मिलके दिलके गीत बनाएंगें’, कैलाश अटवाल व जसप्रीत ने ‘कुछ कहता है’ ये सावन, कर्मजीत व प्रदीप भारद्वाज ने ‘गोरे रंग पे ना इतना गुमान कर’, सचिन शर्मा, तजेन्द्र व अरविन्द्र कौर ने ‘ए यार सुन यारी तेरी, अमरजीत राही व कर्मजीत ने-तूने बेचैन इतना ज्यादा किया, प्रीति व डाॅ़ शिवकान्त ने-तुझे ना देखूं तो चैन, डाॅ़ प्रदीप भारद्वाज व डाॅ़ धीरज ने यादोंं की बारात निकली है आज, विनोद पनिहार व सुमित्रा ने-ले चल ले चल मेरे जीवन साथी, विजय रामावत व सिमरन ने-किसी राह में किसी मोड पर, विजय रामावत व सुप्रिया ने-महबूब मेरे महबूब मेरे गीत प्रस्तुत कर समां बांध दिया। इस अवसर पर परवाज एक उड़ान की तरफ से सभी कलाकारों प्रमाण पत्र व उपहार एवं मुख्यातिथ व विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेट किए गए। परवाज एक उडान के चेयरमैन जगदीप ढांडा, प्रधान मनमोहन मित्तल, संदीप गर्ग, कमल गुप्ता, राजेश हैप्पी महाजन ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए नरवाना की जनता का
धन्यवाद किया।
