किसानों की लंबित मांगों के लेकर भाकियू हरियाणा की आपात बैठक
राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जोगिंदर घासी राम नैन ने कहा कि किसानों की फसलों का मूल्य स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार सी-2 50 प्रतिशत निर्धारित कर खरीद की कानूनी गारंटी दी जानी चाहिए। किसानों और मजदूरों के कर्ज बिना शर्त माफ किए जाएं। बाढ़ या भारी वर्षा से हुए जान-माल, पशुधन, मकान व ट्यूबवेल के नुकसान की भरपाई तुरंत की जाए।
उन्होंने भूमि अधिग्रहण कानून में सुधार, धान की एमएसपी पर खरीद सुनिश्चित करने, बाजरे का भावांतर रेट जारी करने और बिजली संशोधन बिल 2025 को रद्द करने की मांग की। साथ ही यूनियन ने स्मार्ट मीटर लगाने का पुरजोर विरोध जताते हुए इसे किसानों के हितों के खिलाफ बताया।
बैठक में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में संगठन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जिनमें महासचिव जिया लाल, रमेश कुमार (कंडेला उप प्रधान जींद), गंगा सिंह जुलेहड़ा, दयानंद बेरी झज्जर, लाभ सिंह फतेहाबाद, मेवा सिंह कैथल, एडवोकेट बलवान सिंह, महमा सिंह हंसडैहर, किताब सिंह नैन, छज्जू राम धनोरी, रघबीर सिंह नैन और राम मोहना कैथल सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
