भाजपा ने करनाल में कार्यालय बनाने के लिए काट दिये 40 पेड़ : दीपेंद्र
सांसद ने की मृतक खिलाड़ियों के परिजनों को एक-एक करोड़ की सहायता राशि देने की मांग
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने रोहतक में खिलाड़ियों की मौत मामले में सरकार को जिम्मेवार ठहराया है। यमुनानगर में कांग्रेस प्रत्याशी रहे रमन त्यागी के निवास स्थान पर मीडिया से बातचीत में सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि आज खेल मंत्री, मुख्यमंत्री नायब सैनी की तरफ से मृतक खिलाड़ियों के घर गए और उनके लिए 5 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की। जिसे परिवार ने नकार दिया। उन्होंने कहा कि हम भी सरकार की इस घोषणा को नकारते हैं। उन्होंने कहा कि परिवार को एक-एक करोड़ की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए। लखन माजरा में मृतक खिलाड़ी के नाम पर स्टेडियम बनाया जाए और जो लोग भी इस मामले में दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उन्हाेंने कहा कि सरकार के अधिकारी उनके द्वारा की गई घोषणा पर काम नहीं करते, तीन साल से 18 लाख रुपये की एमपी ग्रांट नहीं लग रही। इस मामले में जो अधिकारी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि करनाल में कार्यालय बनाने के लिए भाजपा ने 40 पेड़ काट दिये। इस मामले में न्यायालय ने भी टिप्पणी की है। भाजपा चुनाव आयोग से मिलीभगत करके पैसे के बल पर संविधान से अपने आप को ऊपर मान रही है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कॉमनवेल्थ के लिए भारत को चुना गया है, लेकिन भारत यह खेल गुजरात में करवाना चाहता है, जबकि गुजरात से अधिक खिलाड़ी कभी सामने नहीं आए और वहां खेल का बजट भी सबसे ज्यादा दिया गया, जबकि हरियाणा को बहुत कम बजट खेल के लिए दिया गया, यह न्याय संगत नहीं है।दीपेंद्र ने धान खरीद घोटाले में कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस बार वर्षा अधिक हुई जिसकी चलते धान की पैदावार कम हुई, लेकिन खरीद इस बार सबसे ज्यादा दिखा दी गई। हमारे दबाव डालने पर जब जांच की गई तो पता चला की खरीद हुई ही नहीं कागजों में दिखा दी गई। इस मौके पर अम्बाला के सांसद वरुण चौधरी मुलाना ने सरकार से घोटाले की जांच करवाने की मांग की।
'दोनों खिलाड़ियों की मौत के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार, माफी मांगे'
करनाल (हप्र) : रोहतक लोकसभा के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बृहस्पतिवार को करनाल में कई कार्यक्रमों में शिरकत की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारे दोनों खिलाड़ी किसी रोड एक्सीडेंट में नहीं मरे, बल्कि इनकी जान सरकार की उपेक्षा के शिकार स्टेडियम में अभ्यास करते हुए गई है। भाजपा सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। सरकार खिलाड़ियों से माफी मांगे कि 11 साल में नया स्टेडियम बनाना तो दूर, मौजूदा स्टेडियमों की रिपेयर तक नहीं करवाई गई। उन्होंने मांग की कि हार्दिक व अमन दोनों खिलाड़ियों के परिवार को न्याय मिले। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि खेलों की खान कहे जाने वाले खेल प्रदेश हरियाणा को भारत सरकार ने भी अपने 3500 करोड़ के खेल बजट में से केवल 80 करोड़ ही दिया है। ये हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों और मेडलों का अपमान है। जो प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 50 प्रतिशत से ज्यादा मेडल जीतता है, उसको देश के खेल बजट में सबसे कम बजट देना अन्याय है। सांसद दीपेंद्र ने करनाल निवासी खिलाड़ी सम्राट राणा को गोल्ड मेडल जीतने की बधाई दी। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश सरकार के अहंकारी रवैये ने दो परिवारों के चिराग बुझा दिए। जर्जर खेल व्यवस्था पर बार-बार सवाल उठाने पर भी सरकार सोती रही। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार ने पूरे प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियमों समेत 481 खेल स्टेडियम बनवाए, लेकिन पिछले 11 साल में भाजपा सरकार ने इन स्टेडियमों और खेल नर्सरियों की दुर्दशा कर डाली। इन स्टेडियमों की रिपेयर के लिये बज दिया जाए।

