भागवत कथा करती है भगवान के प्रति अनुराग उत्पन्न : कमलेश शास्त्री
यमुनानगर, 3 मई (हप्र)
श्री सनातन धर्म मंदिर में श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कथा के पहले दिन श्री चित्रकूट धाम से आए हुए कथा व्यास आचार्य कमलेश शास्त्री जी महाराज ने भागवत कथा का महत्व बताते हुए कहा कि मृत्यु को जानने से मृत्यु का भय मन से मिट जाता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार परीक्षित ने भागवत कथा का श्रवण कर अभय को प्राप्त किया, वैसे ही भागवत जीव को अभय बना देती है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा परमात्मा का अक्षर स्वरूप है। यह परमहंसों की संहिता है, भागवत कथा हृदय को जाग्रत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता है। भागवत कथा भगवान के प्रति अनुराग उत्पन्न करती है। यह ग्रंथ वेद, उपनिषद का सार रूपी फल है। यह कथा रूपी अमृत देवताओं को भी दुर्लभ है। कथा व्यास ने कहा कि कथा वही है, जिसमें ईश्वर से प्रेम हो, कथा सुनने से भक्तों में श्री कृष्ण का ज्ञान वैराग्य भक्ति स्थापित हो जाये। इससे पहले सुबह कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान ढोल की थाप पर श्रद्धालु जमकर झूमे। प्रथम दिवस की कथा के मुख्य यजमान रोशन लाल शर्मा, नरेश खेड़ा, विजय कुमार, संदीप अच्छे लाल वर्मा, प्रह्लाद खन्ना थे।