जयराम विद्यापीठ में भागवत कथा का शुभारंभ
ब्रह्मसरोवर तट पर जयराम विद्यापीठ में गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में देशभर में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में भागवत पुराण कथा प्रारम्भ हुई। पहले दिन कई संत-महापुरुषों व कथा वाचक कृष्ण चंद्र शास्त्री ठाकुर के साथ थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा शोभा यात्रा में पहुंचे। कथा व्यासपीठ पर पूजन के लिए विधायक अशोक अरोड़ा, दिल्ली से ओपी वागले, केसी लाट, स्वामी हरिओम परिव्राजक, स्वामी राजेंद्र सिंह, यजमान धनपति श्योकंद के पुत्र विक्रम श्योकंद, सौरव सच्चर मौजूद रहे। कथा से पूर्व विद्यापीठ में कथा स्थल तक भव्य कलश यात्रा निकाली गई। परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि वह गीता जयंती पर अपने परम पूज्य गुरु प्रातः स्मरणीय ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ही गीता के संदेश को जन जन तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं। पहले दिन की कथा में कृष्ण चंद्र शास्त्री ने व्यासपीठ से कहा कि हर मनुष्य को समर्पण के साथ भगवान से जुड़े रहना चाहिए न केवल खुद बल्कि अपने परिजनों को भी जोड़े रखना चाहिए। बता दें कि 26 नवम्बर से विभिन्न अंतर्विद्यालय सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। गीता पर आधारित इन प्रतियोगिताओं में राज्य के विभिन्न जिलों से 80 स्कूलों के 4 हजार के करीब विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाएंगे।
