Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

बादली बलिदान दिवस वीरता, एकता और सम्मान का प्रतीक : सतपाल जांबा

पूंडरी विधायक सतपाल जांबा ने कहा कि गांव कौल में पूरे हर्षोल्लास से 817वां बादली बलिदान दिवस अत्यंत श्रद्धा, उत्साह और गर्व के साथ संपन्न हुआ। यह दिन रोड़ समाज के वीर शहीदों की अमर गाथा को स्मरण करने का...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
कैथल के पूंडरी विधायक सतपाल जांबा राजा रोड़ की प्रतिमा के समक्ष नमन करते हुए। -हप्र
Advertisement

पूंडरी विधायक सतपाल जांबा ने कहा कि गांव कौल में पूरे हर्षोल्लास से 817वां बादली बलिदान दिवस अत्यंत श्रद्धा, उत्साह और गर्व के साथ संपन्न हुआ। यह दिन रोड़ समाज के वीर शहीदों की अमर गाथा को स्मरण करने का अवसर बना, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर समाज की पहचान और गौरव को अमर कर दिया। उन्होंने रोड़ समाज की ओर से गणमान्य अतिथियों, समाजसेवियों, और युवाओं का हृदय से आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में तन-मन-धन से योगदान दिया। बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वीरों का इतिहास तभी जीवित रहता है, जब समाज उसे सम्मान और कर्म से आगे बढ़ाता है और गांव कौल की पावन धरा पर आयोजित हुए समारोह का दिन इसी जीवंत उदाहरण के रूप में दर्ज हो गया। इस ऐतिहासिक समारोह में हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से रोड़ बिरादरी के सैकड़ों सम्मानित सदस्य, बुजुर्ग, भाई-बहन और युवा भारी संख्या में उपस्थित रहे। समाज के प्रतिष्ठित विधायकगण, चेयरमैन, आईपीएस अधिकारी, सरपंच एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह की शोभा बढ़ाई और एकता, स्वाभिमान व सामाजिक समरसता का स्पष्ट संदेश दिया। विधायक सतपाल जांबा ने कहा कि समारोह के मुख्य आकर्षण के रूप में पूज्य राजा रोड़ की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया गया।

यह प्रतिमा न केवल उनके शौर्य और बलिदान का प्रतीक है, बल्कि रोड़ समाज की समृद्ध विरासत और प्रेरणा का स्रोत भी है। समाज की भावी पीढ़ियों को अपनी गौरवशाली विरासत से जोड़ने एवं इतिहास को संरक्षित करने के उद्देश्य से राजा रोड़ ट्रस्ट की स्थापना की गई है।

Advertisement

यह ट्रस्ट समाज के सेना से सेवानिवृत्त सम्मानित सदस्यों द्वारा संचालित होगा न कि किसी राजनीतिक हस्ती द्वारा। इस ट्रस्ट को निजी कोष से 21 लाख का योगदान समर्पित किया गया है, जो समाज सेवा और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण हेतु एक बड़ा कदम है।

Advertisement
×