बाबा साहब अंबेडकर प्रतिमा स्थल क्षतिग्रस्त , समाज में पनप रहा रोष
जींद शहर के ऐतिहासिक रानी तालाब पर बाबा साहब अंबेडकर प्रतिमा स्थल क्षतिग्रस्त होने से समाज में रोष पनप रहा है। दरअसल संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का स्थल इन दिनों अव्यवस्था और जर्जर हालत की मार झेल रहा है। प्रतिमा स्थल के ढांचे और सुरक्षा ग्रिल के टूटने से समाज में रोष व्याप्त है। एससी समाज एकता मंच ने इस मामले में उपायुक्त से मिलकर आवश्यक मरम्मत, स्टील ग्रिल व सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की है।
एक साल से जर्जर हो रहा ढांचा
मंच के नेताओं धर्मपाल सिंहमार व कमल चौहान ने बताया कि 14 अप्रैल 2022 को रानी तालाब पर डॉ. अंबेडकर की अष्टधातु से बनी आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई थी। यह स्थल संसद भवन की आकृति में तैयार किया गया था, लेकिन पिछले एक वर्ष से इसकी देखरेख नहीं होने के चलते यह धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होता जा रहा है। प्रतिमा के आधार स्तंभ के पत्थर कई जगह से टूट चुके हैं, जबकि ऊपर बनी पत्थर की ग्रिल की आधी से ज्यादा कतार खंडित हो चुकी है। स्थल की जमीन पर भी दरारें और क्षति साफ नजर आती है।
सुरक्षा पर उठे सवाल
नेताओं ने आशंका जताई कि यह नुकसान किसी आवारा पशु या असामाजिक तत्वों के कारण हुआ हो सकता है, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले भी अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया गया है, मगर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
प्रशासन ने दिया आश्वासन
समाज के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त से मिलकर इस विषय में तुरंत कार्रवाई की मांग की। उपायुक्त ने नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी को निर्देश जारी कर दिए हैं और आश्वासन दिया है कि मरम्मत का कार्य जल्द शुरू करवाया जाएगा। नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते प्रतिमा स्थल की मरम्मत व सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए, तो वे आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर होंगे।