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गुरुग्राम के पीजी में रह रहे एएसआई ने की आत्महत्या

गुरुग्राम में  पीजी में रहने वाले एएसआई ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। स्थानीय पुलिस में पीओ स्टाफ में सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) सुनील ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुनील दो बच्चों का पिता था। जिस पीजी के कमरे में...
गुरुग्राम में  पीजी में रहने वाले एएसआई ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। स्थानीय पुलिस में पीओ स्टाफ में सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) सुनील ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
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गुरुग्राम में  पीजी में रहने वाले एएसआई ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। स्थानीय पुलिस में पीओ स्टाफ में सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) सुनील ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुनील दो बच्चों का पिता था। जिस पीजी के कमरे में वह रहता था, उस कमरे से शराब की खाली बोतलें भी मिली हैं। सुनील का एक माह पहले ही सिटी पुलिस थाना से पीओ स्टाफ में तबादला हुआ था।जानकारी के अनुसार महेंद्रगढ़ जिला के गहली गांव निवासी एएसआई सुनील कुमार के पिता सेना से रिटायर हैं। सुनील की पत्नी व उसके दो बच्चे हैं। बेटी की उम्र 18 वर्ष व बेटे की उम्र करीब 16 साल है।

दोनों बच्चे नारनौल के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करते हैं। सुनील का भाई फौज में है। लंबे समय तक गुरुग्राम के थाना सिटी में सुनील की तैनाती रही। एक महीने पहले पीओ स्टाफ में उसकी ड्यूटी लगाई गई। पीओ स्टाफ में सुनील को फरार हुए अपराधियों के संबंध में कार्यभार सौंपा गया था।इन दिनों सुनील सेक्टर-38 के एक पीजी में रह रहा था। बताया जा रहा है कि वह पीजी में करीब दो सप्ताह पहले ही आया था। पीजी के स्टाफ ने ही पुलिस को सुनील द्वारा फांसी लगाए जाने की सूचना दी गई।

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पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उसे फंदे से उतारा। पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया और परिजनों को घटना की सूचना दी गई। इस घटनाक्रम में पुलिस को कोई सुसाइड नोट आदि नहीं मिला है। मौके से खाली बोतलें जरूरी मिलीं। पुलिस ने पीजी के स्टाफ से सुनील के बारे में पूछताछ की। उनके द्वारा की गई आत्महत्या की जांच को लेकर एक विशेष टीम भी गठित की गई है, ताकि सुनील द्वारा की गई आत्महत्या के कारणों का पता लग सके।

 

 

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