कपाल मोचन मेले में श्रद्धालुओं का आगमन शुरू
एक नवंबर से होगा शुभारंभ, 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
यमुनानगर के बिलासपुर स्थित प्रसिद्ध ऐतिहासिक श्री कपाल मोचन मेला भले ही 1 नवंबर से शुरू होगा, लेकिन श्रद्धालुओं का आना अभी से शुरू हो गया है। रविवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु कपाल मोचन पहुंचे और तीनों पवित्र सरोवरों में स्नान कर पूजा-अर्चना की। मेले की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है। गऊ बछा मंदिर के पुजारी सुभाष शर्मा ने बताया कि बीते कुछ दिनों से श्रद्धालु लगातार यहां पहुंच रहे हैं। आज भी हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए। उन्होंने कहा कि इस बार मेले के इंतजाम पहले से बेहतर हैं और करीब 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है। उपमंडल अधिकारी बिलासपुर एवं मेला प्रशासक जसपाल सिंह गिल ने बताया कि श्री कपाल मोचन मेले में देशभर से श्रद्धालु तीनों पवित्र सरोवरों श्री कपाल मोचन सरोवर, श्री ऋण मोचन सरोवर और श्री सूरजकुंड सरोवर में क्रमवार स्नान करने के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि मेले में श्रद्धालुओं को अधिकतम सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रशासन पूरी तत्परता से जुटा हुआ है। मेला प्रशासक के अनुसार मेले में सफाई व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, दवाओं की उपलब्धता, अस्थायी शौचालय, बिजली, खाद्य सामग्री, दूध आपूर्ति, सड़कों की मरम्मत, बैरिकेडिंग और पुलिस प्रबंधन जैसी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विभिन्न विभाग मेले में प्रदर्शनी स्टॉल लगाएंगे। साथ ही सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग तथा सांस्कृतिक कार्य विभाग के कलाकार गीतों, भजनों और लोक नृत्यों के माध्यम से श्रद्धालुओं का मनोरंजन करेंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मेले के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस विभाग की ओर से विशेष इंतजाम किए गए हैं। पूरा मेला क्षेत्र चार सेक्टरों में विभाजित किया गया है। नशीली दवाओं व वस्तुओं की सघन जांच की जाएगी। प्रत्येक सेक्टर में दमकल वाहन और फायर ब्रिगेड टीमें भी तैनात रहेंगी ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

