अपरा एकादशी आज, इस दिन व्रत रखने, दान करने से समृद्धि में होती है वृद्धि
जगाधरी, 22 मई (हप्र)
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष के दिन आने वाली एकादशी को अपरा एकादशी कहा जाता है। इस बार अपरा एकादशी शुक्रवार को है। धर्म विशेषज्ञों का कहना है कि इस दिन किया गया व्रत समस्त पापों से मुक्ति दिलाता है और जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। प्राचीन सूर्यकुंड मंदिर अमादलपुर के आचार्य तिरलोक शास्त्री ने बताया कि मान्यता है कि अपरा एकादशी जाने-अनजाने किए गए पाप को धोने के साथ-साथ अपार धन और धान्य देती है। अपरा एकादशी को अचला एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन अपरा व्रत रखना बेहद पुण्यदायी माना जाता है। अपरा एकादशी व्रत करने से ब्रह्म हत्या जैसे घोर पाप तक से मुक्ति पाई जा सकती है। आचार्य तिरलोक शास्त्री ने बताया कि इस साल अपरा एकादशी पर ऐसे शुभ योग बन रहे हैं। यह शुभ दिन अपार धन-समृद्धि दिलाने वाला है। इस एकादशी का व्रत रखने और दान-पुण्य करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है। आचार्य तिरलोक शास्त्री ने बताया कि ज्योतिषीय गणना के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 23 मई को रात 01:12 बजे प्रारंभ होगी और इसी दिन रात 10:29 बजे समाप्त हो जाएगी। सनातन धर्म में उदया तिथि को प्राथमिकता दी जाती है, अतः अपरा एकादशी व्रत 23 मई को रखा जाएगा। अगले दिन यानी 24 मई को व्रत का पारण किया जाएगा।