देवीकूप मां भद्रकाली मंदिर में आनन्द महोत्सव चैत्र नवरात्र शुरू
विनोद जिंदल/हप्र
कुरुक्षेत्र, 29 मार्च
प्रदेश के एकमात्र शक्तिपीठ देवीकूप भद्रकाली मंदिर में नवरात्रि आनंद महोत्सव का शनिवार को भव्य शुभारंभ हुआ। पहले दिन की शुरुआत प्रातः कालीन मंगला आरती मुख्य पुजारिन शिमला देवी द्वारा की गई, जिसमें दीपक बहल मुख्य यजमान के रूप में सम्मिलित हुए। प्रातः 8ः00 बजे सुनील शर्मा ने कलश पूजन किया गया। पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा के सान्निध्य में अध्यक्ष महोदय नरेंद्र वालिया ने गणेश द्वार पर और 108 फुट ऊंचे विशेष स्वर्णिम रंग से रंगित गुंबद पर ध्वजारोहण किया और मां भद्रकाली की पूजा की और उनका आह्वान किया। इस अवसर पर निकाली शोभायात्रा का कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने नारियल फोड़कर व झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर मां सती का चांदी चरण पूजन किया। तिरंगा रूपी गुब्बारों को आसमान में छोड़ा गया। मधुसूदन अग्रवाल ने कहा कि मां के दिव्य प्रकाश से आलोकित यह शोभायात्रा केवल हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक नही, बल्कि यह हमारे समाज में एकता, सदभाव और नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करने का माध्यम भी है। मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह भव्य शोभायात्रा जल्दी ही भारत वर्ष की सबसे लंबी यात्रा बन जाएगी। वहीं इस विशाल शोभायात्रा में मां भद्रकाली ज्योति रथ, कलशधारी महिलाए, 1100 झंडे, 52 शक्तिपीठों के 52 चांदी त्रिशूल, 11 गोल ध्वज पताका मां भद्रकाली जी की शोभा को बढ़ा रही थी। इस अवसर पर मां काली के 8 स्वरूपों को दर्शाते मां भवानी के विभिन्न रथ, सिंदूरी हनुमान, बाहुबली हनुमान, 26 रथों पर भारत माता, गणेश जी, हनुमान जी, नवदुर्गा, लक्ष्मी जी, महाकाली, सरस्वती, महिषासुर मर्दिनी, राधा कृष्ण, यशोदा कृष्ण, अयोध्या धाम को दर्शाता राम दरबार रथ, प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महिला शक्ति को दर्शाती विशेष झांसी की रानी की झांकी ने सबका मन मोह लिया। संध्याकालीन महाआरती एवं ज्योति प्रतिस्थापना में मुख्य यजमान के रूप में सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति इंदिरा बनर्जी मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित रही एवं मुख्य यजमान के रूप में विशाखा व अशोक राणा यमुनानगर भी शामिल हुए।