Ambala news : अम्बाला डीईईओ कार्यालय अब शिकायत मुक्त
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 2 मार्च
अकसर सरकारी कार्यालय कार्रवाई के मामले में लालफीता शाही और लेटलतीफी का पर्याय माने जाते हैं, लेकिन जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (डीईईओ) कार्यालय ने एक बार फिर बेहतरीन कार्यशैली का रिकार्ड बनाया है। सरकार के तीनों शिकायत निवारण पोर्टल्स सीएम विंडो, जनसंवाद और पीएम विंडो पर इस कार्यालय के खाते में शिकायतों की संख्या शून्य हो गई है।
दरअसल, डीईईओ अम्बाला के खाते में कोई भी शिकायत लंबित न रहने की उपलब्धि प्राप्त हुई है। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को सीएम विंडो पर कुल 449, जनसंवाद पर 45 और पीएम विंडो पर 30 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। कार्यालय के सभी कर्मचारियों विशेष रूप से लिपिक पवन आर्य और सभी खंड शिक्षा अधिकारियों की तत्परता से इन सभी शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है।
डीईईओ सुधीर कालड़ा के नेतृत्व में सभी शिकायतों का निपटारा किया गया। कालड़ा ने ने इस कार्यालय में 24 मार्च 2023 को कार्यभार ग्रहण किया था। कार्यालय के अंतर्गत आने वाले लगभग 900 स्कूलों में करीब 3000 टीचिंग व नॉन टीचिंग कर्मचारी, 1500 मिड डे मील कुक्स, 250 पार्ट टाइम कर्मचारी और 50000 विद्यार्थी हैं।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा की माने तो सरकार के 3 शिकायत निवारण पोर्टल सीएम विंडो, जनसंवाद और पीएम विंडो के मूर्त रूप में आने के बाद पिछले 2 वर्षों में उनका फोकस लंबित पड़े मामलों को प्राथमिकता से निपटाने और नये किसी भी मामले को किसी भी सूरत में लंबित नहीं रखने पर रहा।
कार्यक्रम आयोजित कर किया प्रेरित
कार्यालय में 2 बार दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में नथिंग पेंडिंग एट द ईयर एंडिंग कार्यक्रम आयोजित कर कर्मचारियों को कोई भी कार्य लंबित न रखने बारे में प्रेरित किया गया। इस सबका परिणाम यह हुआ कि समय के साथ साथ सरकार के तीनों शिकायत निवारण पोर्टल्स पर कार्यालय से जुड़ी शिकायतों की संख्या कम होने लगी।
वह बताते हैं कि पिछले 2 वर्षों में इन तीनों पोर्टल्स पर कार्यालय को केवल 39 शिकायतें अग्रेषित की गई, उनका निस्तारण भी सफलतापूर्वक कर दिया गया और अब उनके कार्यालय की सरकार के तीनों शिकायत निवारण पोर्टल्स सीएम विंडोए जनसंवाद और पीएम विंडो पर कोई शिकायत पैंडिंग नहीं है। सुधीर कालड़ा को उनकी बेहतर कार्यशैली के चलते सरकार द्वारा 2 बार सुशासन पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।