एल्युमिनाई मीट : दादा, बेटा और पौते समेत 3 पीढ़ियों का मिलन
नीलोखेड़ी, 26 अप्रैल (निस)
जीबीएन राजकीय बहुतकनीकी संस्थान के पूर्व विद्यार्थियों द्वारा ‘ग्रैंड एल्युमिनाई मीट’ का आयोजन किया गया। जिसमें 1957 से लेकर 2024 तक के बैच के विद्यार्थी एकत्रित जुटे। पूर्व छात्रों के रूप में तीन पीढ़ियों के छात्र एकत्रित हुए। पूर्व विद्यार्थियों ने पुराने गानों पर झूमते हुए खुशी का इजहार किया। संस्थान तथा पूर्व छात्र एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से हुए इस आयोजन एल्युमिनाई एसोसएिशन के प्रधान राजन अरोड़ा के नेतृत्व में किया गया। मुख्यातिथि के रूप में विधायक भगवानदास कबीरपंथी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में नपा प्रधान सनमीत आहूजा और उनर्के पति सतनाम आहूजा मौजूद रहे। सबसे सीनियर छात्र डीआई गुप्ता, देवेंद्र ठकराल तथा इंद्रजीत आजाद व अन्य पूर्व छात्रों ने दीप प्रज्जवलन किया।
प्राचार्य रेनू बजाज ने बताया कि आजादी के बाद पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के प्रयासों से यहां पॉलिटेक्निक काॅलेज की स्थापना 1954 में की गई थी। पहला बैच 1957 में निकला। पहले 2 साल का डिप्लोमा शुरू हुआ। उसके बाद 3 साल का डिप्लोमा हो गया। सबसे पुराने बैच 1957, 1960 के विद्यार्थियों ने भी पुरानी यादें ताजा की। 1960 बैच के छात्र देवेंद्र ठकराल तथा इंद्रजीत ने बताया कि वह 1960 के बाद 2018 में मिले थे। उनके बेटे और पौते ने यहां से पढ़ाई की। उन्होंने बताया कि उस समय अनुशासन था। गुरुओं का लिहाज था।
विधायक भगवानदास कबीरपंथी ने कहा कि यहां आ कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। नीलोखेड़ी ने कई बदलाव देखे हैं। इस क्षेत्र का अतीत गौरवशाली रहा है। बीते समय में नीलोखेड़ी के इस संस्थान का डंका पूरे विश्व में बजता था। इस काॅलेज का प्लेसमेंट भी काफी बेहतर है। पॉलिटेक्निक संस्थान के एल्युमिनाई एसोसएिशन के प्रधान राजन अरोड़ा ने इस काॅलेज के पहले बैच 1957 से लेकर 2024 तक के पास आउट विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि यह संस्थान इस क्षेत्र का पहला बहुतकनीकी संस्थान हैं। यहां से पास आउट होने वाले विद्यार्थी आज देश विदेश में प्रतिष्ठित संस्थानों तथा केंद्र और राज्य सरकारों में प्रतिष्ठित पदों पर पदस्थ हैं। मौके पर एमएसएमई के डायरेक्टर संजीव चावला, अशतीष बजाज, वरिंदर चौधरी समेत कई लोगों ने भाग लिया।