गुरुग्राम में रविवार को बॉलीवुड फिल्म 120 बहादुर का नाम बदलकर 120 वीर अहीर करने की मांग को लेकर काफी समय से आंदोलनरत अहीर समाज ने रविवार को यहां जमकर विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-48 को भी जाम कर दिया गया। इस दौरान वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई।अहीर समाज की ओर से रविवार को खेड़कीदौला टोल के पास अहीर रेजीमेंट की मांग को चल रहे धरनास्थल पर 200 गांवों की महापंचायत बुलाई गई थी।फिल्म 120 बहादुर के विरोध में यह महापंचायत हुई। वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. टीसी राव के नेतृत्व में यह महापंचायत हुई। राव ने कहा कि फिल्म निर्देशक रजनीश घई एवं निर्माता फरहान अख्तर द्वारा बनाई गई फिल्म 120 बहादुर नाम बदलकर 120 वीर अहीर किया जाना चाहिए। इसके पीछे का तर्क देते हुए डॉ. राव ने कहा कि 13 कुमाऊं बटालियन को भारत सरकार द्वारा वीर अहीर की उपाधि प्रदान की गई थी। वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध में रेजांगला की लड़ाई में 114 अहीर सैनिक शहीद हुए, जिनकी सामूहिक वीरता का सही चित्रण आवश्यक है।उन्होंने कहा कि फिल्म का शीर्षक 120 बहादुर शहीदों के शौर्य का अपमान है तथा इसे बदलकर 120 वीर अहीर किया जाए। उन्होंने कहा कि फि़ल्म की रिलीज की तारीख 21 नवम्बर 2025 से पूर्व इसे शहीद परिवारों और समाज के प्रतिनिधियों को दिखाया जाए, ताकि उसमें कुछ भी विवादित होता है तो उसे हटाया जाए।बताया जा रहा है कि फिल्म 120 बहादुर में अहीर रेजिमेंट के 120 सैनिकों की 1897 की सारागढ़ी की लड़ाई की कहानी दिखाई जा रही है। इसलिए फिल्म का नाम 120 वीर अहीर होना चाहिए। इस मांग को लेकर अहीर समाज कई बार फरहान अख्तर और फिल्म के निर्देशक को चेताया, लेकिन उन्होंने फिल्म के टाइटल में बदलाव नहीं किया।