नगर निगम बठिंडा में कांग्रेस ने मेयर और डिप्टी मेयर के बाद सी. डिप्टी मेयर की कुर्सी भी गंवाई
After losing the Mayor and Deputy Mayor, Congress also lost the post of Senior Deputy Mayor in Municipal Corporation Bathinda
बठिंडा, 2 मई/विकास कौशल/निस : नगर निगम बठिंडा की आज जरनल हाउस बैठक में शहर की राजनीति ने एक बड़ा मोड़ ले लिया है। वर्ष 2021 में कांग्रेस पार्टी 43 पार्षदों के साथ निगम में भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में आई थी। यहां कांग्रेस का कब्जा था और नगर निगम में 50 में से 43 पार्षद होने के बावजूद, मेयर आम आदमी पार्टी से बना गया। अब बठिंडा नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर के बाद कांग्रेस पार्टी ने सीनियर डिप्टी मेयर की कुर्सी भी गंवा दी है।
नगर निगम बठिंडा में सीनियर डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास
सीनियर डिप्टी मेयर अशोक कुमार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित हो गया। आज निगम की सामान्य सदन की बैठक के दौरान उपस्थित 40 पार्षदों में से इस प्रस्ताव के पक्ष में 30 पार्षदों ने वोटिंग की, जबकि 10 ने विरोध में मत डाले और 10 पार्षद गैरहाजिर रहे। बहुमत मिलने के साथ ही अब सीनियर डिप्टी मेयर का पद भी खाली हो चुका है।
अविश्वास प्रस्ताव का विरोध करने वाले सभी पार्षद कांग्रेस पार्टी से संबंधित थे, जबकि गैरहाजिर रहने वालों में विधायक समर्थक 4 पार्षदों सहित 6 अन्य विभिन्न दलों से जुड़े पार्षद शामिल थे। इसके साथ ही कांग्रेस का नगर निगम बठिंडा पर पिछले चार वर्षों से चला आ रहा वर्चस्व समाप्त हो गया है। मेयर, डिप्टी मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और फाइनेंस कमेटी से भी कांग्रेस बाहर हो चुकी है, जबकि अब 'आप' समर्थित मेहता ग्रुप पूरी तरह से निगम पर काबिज हो गया है।
नगर निगम बठिंडा में 47 पार्षदों में से 33 वोट पदमजीत मेहता को मिले थे
गौरतलब है कि आप पार्टी के सिर्फ एक सीट वाले पार्षद 5 फरवरी को जनरल हाउस की बैठक में 47 पार्षदों में से 33 वोट प्राप्त करके पदमजीत मेहता मेयर की कुर्सी पर काबिज हो गए थे। हाल ही में सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था। जिसमें पहले डिप्टी मेहर ने इस्तीफा दिया और अब सीनियर डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर कांग्रेस का सीनियर डिप्टी मेयर भी गिरा दिया गया।
कांग्रेस में अंदरूनी कलह
कांग्रेस के नेतृत्व में बीते चार सालों में चार सालों में अंदरूनी कलह का खमियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा। तीन वर्षों तक कोई नया विकास प्रोजेक्ट शुरू नहीं किया जा सका। शहर की स्वच्छता रैंकिंग लगातार गिरती रही। सफाई सेवकों, सीवरेज कर्मचारियों और टिप्पर यूनियन की बार-बार होने वाली हड़तालों ने नगर की स्थिति को और बदतर बना दिया।
नगर निगम बठिंडा में सीनियर डिप्टी मेयर अशोक कुमार हटाये गये
उधर, कुर्सी से हटाए गए सीनियर डिप्टी मेयर अशोक कुमार ने कहा कि हमारे एमसी जो कांग्रेस से हैं, उन्होंने हमारे साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने दूसरे दूसरे खेमे (आप) में वोट किया, हम अपने हाईकमान को पत्र लिखकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे। कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने वाले नगर पार्षदों ने विश्वासघात किया और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।
वही, इस मौके पर मेयर पदमजीत सिंह मेहता ने कहा कि जनरल हाउस की बैठक कमिश्नर अजय अरोड़ा की अगुवाई में रखी गई हाउस की बैठक में सीनियर डिप्टी मेयर अशोक प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया। उक्त प्रस्ताव के हक में 30 पार्षदों ने अपना समर्थन दिया, जबकि सीनियर डिप्टी मेयर के हक में सिर्फ 10 पार्षद ही भुगते। अविश्वास प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित होने के बाद अशोक प्रधान को सीनियर डिप्टी मेयर के पद से हटाया दिया गया है।
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