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जुलाना में हादसा : आग बुझाते समय युवक जिंदा जला, एक भैंस भी मरी

छत गिरने से मलबे में दबा साहिल, फायर ब्रिगेड पर देरी से पहुंचने का आरोप

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मृतक साहिल
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जुलाना में हादसा : शनिवार को जुलाना कस्बे के वार्ड नंबर 13 में आग बुझाने के प्रयास में एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें 22 वर्षीय युवक साहिल की जिंदा जलकर मौत हो गई। इस हादसे में एक भैंस भी झुलसकर मर गई। जानकारी के अनुसार, दीपक के मकान में तुड़े (चारा रखने के कमरे) में आग लग गई थी। इसी कमरे में एक भैंस भी बंधी हुई थी। आग की सूचना मिलते ही पड़ोसी मदद के लिए मौके पर पहुंचे। युवक साहिल भी आग बुझाने में जुट गया।

पड़ोसियों रवि, पंकज, दीपक और साहिल ने मिलकर आग पर काबू पाने के लिए कमरे की लकड़ी की छत को हटाने की कोशिश की। लेकिन अचानक छत की कड़ियाँ और फट्टियाँ जलकर गिर पड़ीं। इस दौरान साहिल छत के साथ नीचे गिरा और मलबे में दब गया। आग की लपटों में घिरा साहिल गंभीर रूप से झुलस गया। स्थानीय लोगों ने काफी प्रयास के बाद उसे मलबे से बाहर निकाला और तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जुलाना ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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जुलाना में हादसा-फायर ब्रिगेड की देरी पर उठे सवाल

मृतक साहिल के चाचा पंकज ने फायर ब्रिगेड पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आग लगने की सूचना देने के 45 मिनट बाद दमकल वाहन मौके पर पहुंचा। अगर गाड़ी समय पर आ जाती, तो साहिल की जान बच सकती थी। उन्होंने बताया कि साहिल करीब 30 मिनट तक मलबे के नीचे दबा रहा और स्थानीय लोगों ने ही उसे बाहर निकाला।

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मजदूर पिता के सपने चूर

साहिल के पिता सुनील दिहाड़ी-मजदूरी कर अपने दोनों बेटों को पढ़ा रहे थे। साहिल ने हाल ही में 12वीं पास की थी और महम में लैब टेक्नीशियन का कोर्स कर रहा था। कोर्स पूरा होने में सिर्फ तीन महीने बचे थे। साहिल के बड़े भाई ने बी.ए. पास कर लिया है। साहिल की मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।

जुलाना में हादसा -फायर विभाग की सफाई

फायर सब-ऑफिसर देवी प्रसन्न ने कहा,

“सूचना मिलने के 6 मिनट बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी रवाना हो गई थी। गली तंग होने और बिजली की तारें नीचे लटकने के कारण दमकल वाहन मौके तक नहीं पहुंच सका। आग बुझाने के लिए 6 होज लगाए गए थे।”

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