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'सरस्वती तीर्थ का जलप्रवाह बढ़ाने के लिए बनेगी नीति'

सरस्वती हैरीटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि सरस्वती तीर्थ के जीर्णोद्धार व विकास के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। हर वर्ष सरस्वती तट पर कई बड़े आयोजन किए जाते हैं। इनमें सरस्वती महोत्सव तथा...
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सरस्वती हैरीटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि सरस्वती तीर्थ के जीर्णोद्धार व विकास के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। हर वर्ष सरस्वती तट पर कई बड़े आयोजन किए जाते हैं। इनमें सरस्वती महोत्सव तथा चेत्र चौदस का मेला अहम हैं। इसके अतिरिक्त प्रत्येक माह अमावस्या के दिन भारी संख्या में लोग सरस्वती तीर्थ पर स्नान करने पहुंचते हैं। धुमन सिंह किरमच मंगलवार को सरस्वती तीर्थ पर मुआयना करने पहंुचे और यह बात कही। इस मौके पर उन्होंने सिंचाई विभाग के विश्रामगृह में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, सरस्वती विकास बोर्ड के सदस्यों तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ बैठक ली। बैठक में अधिकारियों से बातचीत करते हुए सरस्वती तीर्थ के विकास एवं जीर्णींद्धार तथा अन्य पहलुओं पर अधिकारियों से उनके सुझाव मांगे। इस मौके पर उन्होंने सरस्वती तीर्थ पर जल प्रवाह की साफ-सफाई को लेकर अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरस्वती तीर्थ के जल का प्रवाह और अधिक बढ़ाने के लिए उच्च अधिकारियों की योजना व नीति बनाकर कार्य करना बेहद अनिवार्य है। सरस्वती तीर्थ पिहोवा पर मेलों व त्यौहारों तथा अन्य अवसरों पर लोगों की भीड़ रहती है। इन मौकों पर लोगों द्वारा पिंडदान का कार्य करवाया जाता है, जिसकी सामग्री को जल में प्रवाह किया जाता है। इस कार्य को करने उपरांत जल प्रवाह में कोई बाधा न आए, इसके लिए योजना बनाकर जलप्रवाह में तेजी लाने का कार्य किया जाएगा। भक्तों के लिए स्नान के लिए साफ व स्वच्छ जल का प्रवाह सदैव रहे। इसके अतिरिकत श्रद्घालुओं व पर्यटकों के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं भी यहां पर उपलब्ध हों।

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