पुश्तैनी जमीन विवाद में खेत में जहर खाकर किसान ने दी जान
लंबी के गांव किलियांवाली में पुश्तैनी ज़मीन के बंटवारे को लेकर विवाद में 35 वर्षीय किसान गुरभेज सिंह ने खेत में जहर पीकर आत्महत्या कर ली। एम्स बठिंडा में मौत से पूर्व उसके बयान के आधार पर पुलिस ने उसके ताया जगरूप सिंह, ताई परमजीत कौर और उनकी दो बेटियों कुलविंदर कौर व बलविंदर कौर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। घटना के बाद सभी आरोपी फरार हैं। मृतक के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक पोस्टमॉर्टम करवाने से इंकार कर दिया है। फिलहाल शव सरकारी अस्पताल गिद्दड़बाहा के शवगृह में रखा गया है। गुरभेज सिंह ने अपने पुलिस बयान में बताया था कि उसके ताया जगरूप सिंह ने दादा सुरजीत सिंह से धोखे से एक एकड़ ज़मीन अपने नाम करवा ली थी, जो उसके पिता जसवीर सिंह के हिस्से में आती थी। इसी ज़मीन पर ताया ने घर बनाया हुआ है। गुरभेज के पिता की मृत्यु लगभग 30 वर्ष पहले हो चुकी थी। गुरभेज अपने पीछे मां, पत्नी व सात वर्षीय बेटे को छोड़ गया है। कुछ दिन पूर्व दोनों पक्षों में विवादित एकड़ ज़मीन को 4-4 कनाल के बराबर हिस्सों में बांटने पर सहमति बनी थी। जिसके आधार पर गत 6 अक्तूबर को सुबह जब गुरभेज खेत पर पहुंचा तो ताया परिवार ने झगड़ा कर गालियां दीं और कहा कि तुझे कोई ज़मीन नहीं मिलेगी। अपमान से आहत होकर उसने खेत में ही सप्रे पी लिया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। थाना किलियांवाली (आरजी) के प्रभारी करमजीत कौर ने बताया कि मृतक द्वारा बयान के आधार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।