मारकंडा नदी में आया 9500 क्सूसिक पानी
शाहाबाद ब्लॉक के गांव तंगौर, कठवा, कलसाना व मुंगलमाजरा में मारकंडा नदी के पानी की मार सबसे ज्यादा होती है। यहां पर सैकड़ों एकड़ में खड़ी गन्ने की फसल और धान पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। सोमवार सुबह मारकंडा नदी में पहाड़ों से बरसात का पानी आना शुरू हो गया और इसका लेवल 9500 क्यूसिक तक पहुंच गया। इस पानी की मार अनेक गांवों पर हुई है जो फिर से जलमग्न हो गए। कई गांवों में खेतों में पानी लबालब भरा पड़ा है और किसान परेशान हैं। मारकंडा नदी में पहाड़ों से वर्षा का पानी आना जारी है। सोमवार तडक़े पानी बढ़ना शुरू हुआ था जो दोपहर तक बढक़र 9500 क्यूसिक तक पहुंच गया था लेकिन इसके बाद पानी उतरना शुरू हो गया है। समाचार लिखे जाने तक 5000 क्यूसिक पानी मारकंडा नदी में बह रहा था। गेज रीडर रविंद्र ने बताया कि पहाड़ों पर वर्षा नहीं हुई जिस कारण फिलहाल पानी आने की कोई उम्मीद नहीं है। मिली जानकारी अनुसार 20 से 25 हजार क्यूसिक पानी मारकंडा के स्पैन में बहकर निकल जाता है। यदि इससे ज्यादा पानी आए तो वह फैलकर अनेक अन्य गांवों में मार करता है और नुकसान पहुंचाता है।