बिजाई के सीजन में किसानों खाद की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। किसानों को ज़रूरत के अनुसार खाद की पर्याप्त आपूर्ति की जाएगी। दो दिनों में जिले में 70 हजार बैग डीएपी के पहुंच जाएंगे। कृषि विभाग के उप-निदेशक डाॅ. आदित्य प्रताप डबास ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार एवं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निर्देशानुसार, डीएपी उर्वरक का वितरण एम-एफएमबी पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा, जिससे वितरण प्रक्रिया पूर्ण रूप से पारदर्शी और निगरानी योग्य रहेगी।उन्होंने बताया कि 50 प्रतिशत उर्वरक सहकारी क्षेत्र के माध्यम से तथा 50 प्रतिशत निजी विक्रेताओं के माध्यम से वितरित किया जाएगा। आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि सहकारी क्षेत्र में उर्वरक की बिक्री इफको एवं कृभको के माध्यम से की जाएगी। जिनकी जिले में तीन खुदरा बिक्री केंद्र जगाधरी, व्यासपुर व प्रताप नगर में हैं। इसके अतिरिक्त प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों के माध्यम से भी किसानों को उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सभी किसानों से अपील की कि वे अपने निकटतम विक्रय केंद्रों से ही डीएपी उर्वरक प्राप्त करें और सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार पंजीकरण एवं खरीद की प्रक्रिया पूरी करें।
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
×