फायर फाइटिंग सिस्टम पर 7 करोड़ हुए खर्च, मगर नहीं हुआ चालू
जींद के सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग में कई साल पहले 7 करोड़ रुपए की राशि खर्च होने के बावजूद फायर फाइटिंग सिस्टम शुरू हुआ नहीं हो पाया है कि अब पुरानी बिल्डिंग में फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए 2 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी गई है। इस पैसे से पुरानी बिल्डिंग में फायर फाइटिंग के लिए फिटिंग शुरू भी कर दी गई है।
सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग का रेनोवेशन 15 करोड़ रुपए से हो रहा है। इसके तहत पुरानी बिल्डिंग की सामने वाली बाहरी दीवारों पर आधुनिक शीट लगा कर इसे नई लुक दी जा रही है। पुरानी बिल्डिंग की जरूरी रिपेयर भी लोक निर्माण विभाग द्वारा करवाई जा रही है।
अस्पताल की जिस पुरानी बिल्डिंग के रेनोवेशन पर लगभग 15 करोड़ रुपए की राशि अब खर्च की जा रही है, और अतीत में भी 8 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बिल्डिंग के रेनोवेशन पर खर्च हो चुकी है, उस बिल्डिंग की फायर एनओसी अभी तक जारी नहीं हुई है।
पुरानी बिल्डिंग में फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए जारी हुए 2 करोड़
जींद के सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए अब 2 करोड़ रुपए की राशि स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ने जारी की है। 2 करोड़ रुपए की यह राशि स्वास्थ्य विभाग ने लोक निर्माण विभाग को ट्रांसफर कर दी है। पैसा मिलते ही लोग निर्माण विभाग ने पुरानी बिल्डिंग में इस सिस्टम के लिए पाइप और ड्रेन की फिटिंग का काम शुरू करवा दिया है। इसके तहत पानी के दो बड़े टैंक भी पुरानी बिल्डिंग के पास बनेंगे, जिनसे फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए पानी की सप्लाई होगी।
नहीं मिला फायर एनओसी
एक तरफ जहां सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के लिए फायर एनओसी हासिल करने के लिए 2 करोड़ रुपए की राशि फायर फाइटिंग सिस्टम पर खर्च की जा रही है, वहीं सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग में अभी तक फायर सिस्टम वर्किंग नहीं हो पाया। सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग में सिस्टम पर लगभग 7 करोड़ रुपए की राशि कई साल पहले खर्च की गई थी।
इस राशि से नई बिल्डिंग में कई लाख लीटर पानी स्टोरेज की क्षमता वाला भूमिगत वॉटर टैंक बनाया गया, लेकिन इसमें पानी की व्यवस्था अभी तक नहीं हो पाई है। इसके चलते फायर विभाग ने अभी तक नई बिल्डिंग को फायर एनओसी जारी नहीं की है। डीसी से लेकर विधानसभा उपाध्यक्ष तक सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग में फायर फाइटिंग सिस्टम को वर्किंग में लाने और बिल्डिंग के लिए फायर एनओसी जल्द लेने को कह चुके हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने अभी तक फायर फाइटिंग सिस्टम वर्किंग में नहीं लाया है।
यह कहते हैं डिप्टी एमएस
सिविल अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. आरएस पूनिया से इस मामले में बात की गई। डॉ. पूनिया ने कहा कि अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में इस सिस्टम के लिए 2 करोड़ रुपए की राशि स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ने जारी कर दी है। यह पैसा लोक निर्माण विभाग को ट्रांसफर कर दिया गया है।
फायर फाइटिंग सिस्टम के लिये ड्रेन का काम शुरू
लोक निर्माण विभाग ने अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में फायर सिस्टम के लिए पाइप और ड्रेन आदि की फिटिंग का काम शुरू करवा दिया है। फाइटिंग सिस्टम के लिए पानी के दो बड़े टैंकों का निर्माण पुरानी बिल्डिंग के पास करवाया जाएगा। इसके लिए साइट तलाशी जा रही है। जहां तक नई बिल्डिंग का सवाल है, तो लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखे जा रहे हैं कि नई बिल्डिंग के सिस्टम को वर्किंग में लाकर फायर एनओसी दिलवाई जाए।
