पानीपत, 23 जून (हप्र)
कृषि विभाग द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन के तहत किसानों को अपनी फसलों के अवशेषों को रोटावेटर से मिट्टी में मिलाने या बेलर मशीन से अवशेषों की गांठ बनवाने पर एक हजार रूपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि मिलती है। इसके लिये किसानों को पोर्टल पर रजिस्टेशन करवाना होता है। वर्ष 2024-25 में पानीपत जिले के 5500 किसानों ने 30 नवंबर 2024 तक पोर्टल पर करीब 54 हजार एकड़ का रजिस्ट्रेशन करवाया था। डीसी की अध्यक्षता में गठित संबंधित ग्राम सचिव, पटवारी व कृषि विभाग के प्रतिनिधि की टीम द्वारा उस जमीन की वेरिफिकेशन की गई थी। सरकार ने इसी 20 जून को 5 करोड 40 लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि पानीपत के किसानों के बैंक खातों में डाली है। इन 5500 किसानों में से करीब 95 प्रतिशत किसानों की प्रोत्साहन राशि उनके बैंक खातों में आ चुकी है और अभी करीब 5 प्रतिशत किसान बाकि बचे है, जिनको यह राशि कुछ कारणों के चलते नहीं मिल पाई है। कृषि सहायक अभियंता सुधीर कुमार ने बताया कि जिन किसानों ने पंचायती जमीन का रजिस्ट्रेशन करवा दिया था, किसी का बैंक खाता नंबर गलत मिला या किसी किसान ने रजिस्टे्रशन तो अपने नाम कर दिया व बैंक खाता बेटे का डाल दिया तो इस तरह के करीब 5 फीसदी किसानों को यह राशि आई है। हमारे पास जल्द ही प्रोत्साहन राशि वाले किसानों की लिस्ट आ जायेगी और किसानों को फोन करके बुलाकर उनका समाधान किया जाएगा।
कृषि यंत्रों के अनुदान की बकाया राशि आई बैंक खातों में
सुधीर कुमार ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को कृषि यंत्रों पर अनुदान दिया जाता है। किसानों का पिछले वर्ष का करीब 30 प्रतिशत अनुदान अभी बकाया था और वह एक करोड 6 लाख रूपये का अनुदान भी कुछ दिनों पहले ही किसानों के बैंक खातों में आ चुका है। जिसमें 200 सुपर सीडर मशीनों का 63 लाख, 20 बेलर का 36 लाख व 15 कटर का 7 लाख रूपये का अनुदान शामिल है।