प्रदेशभर से साध-संगत को लेकर 3200 बसें पहुंचेंगी ज्योतिसर
कुरुक्षेत्र की पावन धरा विश्व की एक ऐसी ऐतिहासिक और धार्मिक भूमि है, जहां पर सबसे ज्यादा गुरु साहिब के चरण पड़े, इसलिए इस पवित्र भूमि का चयन गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी पर्व को मनाने के लिए किया गया। इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर के रूप में मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री के ओएसडी डॉ. प्रभलीन सिंह ने कहा कि कार्यक्रम में प्रदेशभर से साध-संगत को लाने के लिए 3200 बसों की व्यवस्था की गई है। पटियाला से 350 बच्चे कीर्तन की प्रस्तुति देने आएंगे। ज्योतिसर में तय किए स्थल पर साध-संगत के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था को पूरा कर लिया गया है, जहां 200 बाए 700 एरिया में दरबार तैयार किया गया है। इसमें अरदास, कीर्तन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा। उन्होंने कहा कि दो जोड़ा घर, दो लंगर हॉल, मीडिया सेंटर, प्रदर्शनी तैयार की गई है। 25 नवंबर को शहीदी पर्व में स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच रहे हैं।
दूसरी ओर डीसी विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि शहीदी दिवस पर 25 नवंबर को ज्योतिसर में एक भव्य और यादगार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कुरुक्षेत्र गुरु साहिब की धरा से गुरु तेग बहादुर की बाणी का संदेश विश्व के कोने-कोने तक पहुंचेगा। जिन सेवादारों की ड्यूटी लंगर व अन्य व्यवस्था के लिए लगाई गई है, वो अपना पास बनवाना सुनिश्चित करें ताकि प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत व परेशानी न हो। डीसी ने शनिवार को ज्योतिसर में सिख संगत, हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों, भाजपा नेता और अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया। एसपी नीतीश अग्रवाल ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था बनाने में सभी को सहयोग देना चाहिए। पुलिस ने अपनी तरफ से सभी प्रकार की तैयारियों को पूरा कर लिया है।
