मलेरिया इंस्पेक्टर को हनी ट्रैप में फंसा 11 लाख मांगने के 2 आरोपी गिरफ्तार
सीआईए-टू ने मलेरिया इंस्पेक्टर को हनी ट्रैप में फंसाकर जबरन वसूली करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान गांव नौल्था निवासी आशीष व सोनू के रूप में हुई है। डीएसपी यातायात सुरेश सैनी ने बृहस्पतिवार को जिला सचिवालय में बताया कि थाना पुराना औद्योगिक में 7 जुलाई को इसराना निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि वह 10 दिन पहले गोहाना मोड पर अपने जानकार नौल्था निवासी नरेंद्र के साथ खड़ा था। नरेंद्र के साथ 2 महिलाएं थीं। उन दोनों ने नरेंद्र से पूछा कि ये कोन है। नरेंद्र ने बताया कि यह सरकारी अस्पताल में डॉक्टर है। दोनों में से एक ने खुद को वकील बताया और दूसरी ने उसकी सहेली बताते हुए परिचय दिया और मेरा मोबाइल नंबर ले लिया। महिला वकील व उसकी सहेली के फोन आने लगे। वकील की सहेली ने 6 जुलाई को फोन कर उसे फ्लैट पर बुलाया। फ्लैट में ले जाकर उसे कोल्ड ड्रिंक पिलाई। वकील की सहेली उसे अपने बेडरूम में ले गई और कपड़े उतरवाकर संबंध बनाने को कहा। इसी दौरान 2 युवक कमरे के अंदर आ गए और उसका मोबाइल फोन छीनकर हाथापाई करने लगे। दोनों ने धमकी दी कि उसे बलात्कार के केस में फंसाएंगे। वकील की सहेली व दोनों ने 11 लाख की डिमांड की। कुछ देर बाद वकील भी वहां आ गई। सभी ने मिलकर 4 लाख मंगवाने को कहा। उसने कहा कल शाम तक पैसों का इंतजाम कर देगा। 7 जुलाई को महिला वकील ने वॉटसएप कॉल कर झूठे रेप केस दर्ज करवाने का डर दिखाया और 4 लाख की डिमांड की। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच सीआईए-टू प्रभारी इंस्पेक्टर फूल कुमार को सौंपी थी। सीआईए ने बुधवार शाम सोनू को अनाज मंडी से व आशीष को सनौली रोड से काबू कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में मामले में नामजद दोनों महिला साथी आरोपियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना स्वीकारा। पुलिस ने दोनों को 5 दिन के रिमांड पर लिया। सोनू के खिलाफ पहले हत्या, लूट, स्नेचिंग व आम्र्स एक्ट की वारदातों के 15 मामले दर्ज है। आरोपी को लूट के 1 मामले में 10 साल की सजा हो चुकी है। आरोपी बीते मार्च माह में करनाल जेल से 70 दिन की पैरोल पर बाहर आया था और आरोपी ने पैरोल जंप कर दी।