शिमला, 3 मई (निस)
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज राज्य के छह सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बाचतीत करते हुए कोविड महामारी की दूसरी लहर से उत्पन्न स्थितियों पर चर्चा की। उन्होंने विश्वविद्यालय स्तर पर की गई तैयारियों की जानकारी ली और निर्देश दिए कि सामाजिक उत्तरदायित्व का पालन करने के अतिरिक्त वे शिक्षण अनुसूचि को भी प्राप्त करने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों को जिला प्रशासन को सहयोग देने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा टीकाकरण और मास्क के उपयोग अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने और कोविड से बचाव से संबंधित अन्य जानकारी साझा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। दत्तात्रेय ने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ बनाना चाहिए और प्रयास किए जाएं कि यह कार्य निर्बाध रूप से जारी रहे। उन्होंने सभी विश्वविद्यालयों से आपसी सहयोग एवं समन्वय के साथ कार्य करने और शोध, नवीनीकरण व प्रौद्योगिकी को एक-दूसरे के साथ बांटने का आह्वान किया।
कुलपतियों ने यूजीसी द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी किए गए दिशा-निर्देशों के आधार पर विश्वविद्यालय में शिक्षण और गैर-शिक्षण गतिविधियों की वर्तमान स्थिति के बारे में राज्यपाल को अवगत करवाया। उन्होंने ऑनलाइन शिक्षण और पिछले एक वर्ष में किए गए प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कोविड देखभाल गतिविधियों में विद्यार्थियों और शिक्षकों की भागीदारी का भी ब्यौरा दिया। सभी कुलपतियों ने इस अवसर पर वर्तमान परिस्थिति से निपटने के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
संक्रमण चेन तोड़ना हम सबका दायित्व : धूमल
हमीरपुर (निस) : कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण उपजे संकट से आज पूरा देश जूझ रहा है। दूसरी लहर में कोरोनावायरस ने बहुत तीव्रता से संक्रमण फैलाया है और यह संक्रमण घातक भी साबित हुआ है और ना केवल भारतवर्ष अपितु विश्व के कई देशों में पिछले माह से ही कोरोना महामारी ने भयानक रूप दिखाया है। कुछ देशों ने कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाकर इससे होने वाले नुकसान को कम करने में सफलता पाई है। हमारा देश भी कोरोना के संक्रमण की चेन को तोड़कर कोरोना महामारी की दूसरी लहर पर काबू पा लेगा। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने का प्रयास कर रही केंद्र व प्रदेश सरकार का सहयोग करने के लिए आम जनता का आह्वान करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने एक बयान में यह बात कही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सरकारें कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपनी तरफ से पूरा प्रयास कर रही हैं। लेकिन हम सब लोगों का भी इस महामारी को रोकने में बड़ा हाथ हो सकता है। हम सब कोविड-19 सेफ्टी गाइडलाइन्स का भली-भांति पालन करें।
अब लॉकडाउन लगाना ही चाहिए : शांता कुमार
धर्मशाला (निस) : पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कोरोना महामारी के समय में लोगों से संयम और मनोबल बनाए रखने की अपील की है। एक बयान में उन्होंने कहा है कि कुछ विपक्षी नेता आलोचना और कठोर भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर नेता ही आरोप-प्रत्यारोप करते रहे तो इससे प्रदेश का मनोबल टूटता है। आज की परिस्थिति में मनोबल को बनाये रखना सबसे जरूरी है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से लेकर सीएम जयराम ठाकुर और अनुराग ठाकुर सब कुछ कर रहे हैं। लेकिन एक बात सब याद रखें यह संकट मनुष्य इतिहास का सबसे बड़ा संकट है। आवश्यकता इस बात की है कि एकजुट होकर इस संकट का मुकाबला करने के लिए जुट जायें। शांता कुमार ने कहा कि पूरे प्रदेश में कांगड़ा की स्थिति लगातार खराब हो रही है, इसलिये लग रहा है अब लॉकडाउन लगाना ही चाहिए। मुख्यमंत्री विचार कर ले और देर न करें। एक सुझाव है कि लॉकडाउन लगे तो रोज कमा कर खाने वालों की विशेष मदद अवश्य करें।