प्रदेश के 6 जिलों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट
हिमाचल में पिछले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश के बावजूद, हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और अचानक बाढ़ का सिलसिला जारी रहा और शुक्रवार को राज्य में दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 358 सड़कें बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन...
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हिमाचल में पिछले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश के बावजूद, हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और अचानक बाढ़ का सिलसिला जारी रहा और शुक्रवार को राज्य में दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 358 सड़कें बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, कुल 358 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। इनमें से 206 सड़कें मंडी जिले में और 100 सड़कें कुल्लू जिले में बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार सड़क बहाली का काम जोरों पर चल रहा है, लेकिन खराब मौसम के कारण काम में बाधा आ रही है। इसके अलावा, 599 ट्रांसफार्मर और 177 जलापूर्ति योजनाएं भी ठप हैं। धर्मपुर-माडी मार्ग पर चट्टानें गिरने से सड़क बहाली कार्य में लगा एक जेसीबी ऑपरेटर बाल-बाल बच गया। शिमला ज़िले के नारकंडा-शिलारू क्षेत्र में भी निजी सेब बगीचों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को तीन से छह जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट और सोमवार से गुरुवार तक राज्य के कुछ इलाकों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के नारकंडा में 49.5 मिमी बारिश हुई। इसके अलावा कुफरी में 47.5 मिमी, नाहन में 42.1 मिमी, बजौरा में 17 मिमी, धर्मशाला में 6.8 मिमी और शिमला में 6 मिमी बारिश हुई। इस मानसून में अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में लगभग 212 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लापता हैं। मानसून की शुरुआत के बाद से, हिमाचल प्रदेश को कुल 1,988 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
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