मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

ट्राउट मछली पालन कर लिख डाली कामयाबी की कहानी

मंडी, 22 सितंबर (निस) मंडी जिला की चच्योट तहसील के देवधार क्षेत्र के एक छोटे से गांव दहड़ के पांच लोगों ने ट्राउट मछली पालन के जरिये करोड़ों की कमाई की है। प्रदेश सरकार ने युवाओं, किसानों, बागवानों को आर्थिक...
Rainbow Trout Fish-FILE
Advertisement

मंडी, 22 सितंबर (निस)

मंडी जिला की चच्योट तहसील के देवधार क्षेत्र के एक छोटे से गांव दहड़ के पांच लोगों ने ट्राउट मछली पालन के जरिये करोड़ों की कमाई की है। प्रदेश सरकार ने युवाओं, किसानों, बागवानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रखी हैं। इन योजनाओं का लाभ लेकर वे समृद्धि और खुशहाली की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इनके लिए सरकार की योजनाएं वरदान साबित हुई हैं और यह सभी केवल दो बीघा बंजर भूमि में ट्राउट मछली पालन करके सालाना 15 से 18 लाख रुपये की आय अर्जित कर रहे हैं।

Advertisement

30 लाख रुपये का मछली आहार यूनिट कर लिया स्थापित

ट्राउट मछली पालन में नेत्र सिंह को महंगे मत्स्य आहार की समस्या सामने आई तो उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का लाभ उठाते हुए 12 लाख रुपये के अनुदान से 30 लाख रुपये का लघु मत्स्य आहार यूनिट भी स्थापित कर लिया। वर्तमान में वे अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ ही क्षेत्र के अन्य ट्राउट मछली पालकों को भी सस्ती दरों पर गुणवत्तायुक्त मछली आहार उपलब्ध करवा रहे हैं। इसके साथ ही अन्य सदस्य ने मछली ढोने के लिए गाड़ी भी खरीद ली।

बडे शहरों तक पहुंच रही है दहड़ की ट्राउट

नेत्र सिंह ने बताया कि ट्राउट मछलियों ने मंडी शहर के अलावा लुधियाना, चंडीगढ़ और दिल्ली जैसे बड़े शहरों तक भी पहुंच बना ली है। उनकी मछली की इतनी मांग है कि वह इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं। सहायक निदेशक मत्स्य विभाग मंडी नीतू सिंह ने बताया कि राज्य योजना के अंतर्गत मछली पालन के लिए तालाब निर्माण एवं प्रथम वर्ष में सहायता प्रदान करने के लिये 12.4 लाख प्रति हेक्टेयर पर 80 प्रतिशत अनुदान के रूप में प्रदान किया जाता है। मंडी जिला में इस वित्तीय वर्ष में अब तक 763 नदीय मछुआरों ने मछली पकड़ने हेतु लाइसेंस लिये हैं। जिला में 96 परिवार मत्स्य पालन का कार्य कर रहे हैं।

युवाओं को जोड़ने का प्रयास : अपूर्व देवगन

जिला उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने कहा मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के निर्देश पर युवाओं को मत्स्य पालन से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंडी जिला में कई खड्डों में पूरा साल पानी रहता है। यहां मछली उत्पादन की व्यापक संभावनाएं हैं।

सरकारी अनुदान से बनाए हैं रेसवेज

खेती-बाड़ी पर निर्भर रहने वाले दहड़ के नेत्र सिंह को वर्ष 2018 में एक ट्राउट मछली पालक ने उनकी खड्ड किनारे बंजर भूमि होने पर ट्राउट मछली पालन करने की सलाह दी। नेत्र सिंह ने मत्स्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर, नीली क्रांति योजना के अंतर्गत ट्राउट मछली पालन के लिए अनुदान प्राप्त कर कार्य शुरू किया। नेत्र सिंह ने इसके बाद कुछ और लोगों को भी इससे जोड़ा और सभी ने 30 लाख रुपये व्यय करके 12 ट्राउट रेसवेज का निर्माण कर लिया। योजना के अंतर्गत इसके निर्माण के लिए 11.60 लाख रुपये का अनुदान मत्स्य विभाग ने दिया।

Advertisement
Show comments