शिमला/धर्मशाला, 6 मई (निस)
हिमाचल प्रदेश में 27 मार्च को पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस भर्ती को रद्द करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती के लिए सभी जिलों में हुई लिखित परीक्षा को कुछ शंकाओं के कारण रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा के गग्गल पुलिस थाना में इस मामले को लेकर आईपीसी की धारा-420 और 120-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एस.आई.टी. के गठन का निर्णय लिया है। पुलिस की सेंट्रल रेंज मंडी के डी.आई.जी. मधुसूदन शर्मा को एस.आई.टी. का प्रमुख बनाया गया है। प्रथम आई.आर.बी. बनगढ़ के कमांडेंट विमुक्त रंजन, साइबर क्राइम के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी, कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक खुशहाल चंद शर्मा और सीआईडी क्राइम के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कालिया एस.आई.टी के सदस्य होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दस्तावेजों के मूल्यांकन की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अगली लिखित परीक्षा इस महीने के अंत में आयोजित की जाएगी।
परीक्षा रद्द करना दुर्भाग्यपूर्ण : प्रतिभा सिंह
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा को रद्द करने के सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि यह उन परीक्षार्थियों के साथ घोर अन्याय है जिन्होंने इस परीक्षा के लिए कठोर मेहनत की थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही का खमियाजा युवाओं को भुगतना पड़ रहा है जो बहुत ही दु:खदाई है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि पिछले दो साल से पुलिस की इस भर्ती के लिये करीव 70 हजार युवाओं ने कड़ी मेहनत की थी, जो सरकार के फैसले के बाद पानी में मिल गई है।
तीन उम्मीदवार व चार अन्य गिरफ्तार
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में कांगड़ा जिला पुलिस ने तीन उम्मीदवारों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर खुशहाल शर्मा ने कहा कि इस संबंध में गग्गल पुलिस थाना में आईपीसी की धारा 420 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को वित्तीय लेन-देन के सबूत मिले हैं और इसकी जांच जारी है। आरोप है कि पुलिस भर्ती के तीन अभ्यार्थियों ने 6 से 8 लाख रुपए देकर प्रश्नपत्र और उसके उत्तर पा लिए थे। ये अभ्यार्थी परीक्षा में अप्रत्याशित 70 अंकों के साथ पास हुए। माना जाता है कि पेपर किसी प्रिंटिंग प्रैस से लीक हुआ है। पेपर लीक करने वाले आरोपी हरियाणा व दिल्ली से हैं। पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार कर 11 मई तक पुलिस रिमांड पर ले लिया है।