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चंबा जिला की महिलाओं ने सीखी बोवेन थेरेपी

चंबा, 18 अप्रैल (निस ) पहाड़ ट्रस्ट जिला चंबा की ओर से 21 दिवसीय बोवेन थेरेपी पर कार्यशाला आयोजित की गई। इसका आयोजन ट्रस्ट की ओर से आस्ट्रेलियन हेल्थ कालेज आफ वाइब्रेंट थैरेपीज तथा नाॅट ऑन मैप संस्था के साथ...

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बोवेन थेरेपी शिविर में उपस्थित जिला चंबा की महिलाएं।
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चंबा, 18 अप्रैल (निस )

पहाड़ ट्रस्ट जिला चंबा की ओर से 21 दिवसीय बोवेन थेरेपी पर कार्यशाला आयोजित की गई। इसका आयोजन ट्रस्ट की ओर से आस्ट्रेलियन हेल्थ कालेज आफ वाइब्रेंट थैरेपीज तथा नाॅट ऑन मैप संस्था के साथ मिलकर एचटूओ आनंदम कम्यूनिटी सेंटर में किया गया। कार्यशाला के समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में पहाड़ ट्रस्ट के मुख्य तकनीक सलाहकार डॉ. एससी शर्मा रहे। कार्यशाला की मुख्य फैसिलिटेटर बिमला राव रहीं, जो कि आस्ट्रेलियन हेल्थ काॅलेज आफ वाइब्रेंट थैरेपीज की संस्थापक हैं।

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कार्यशाला में पहाड़ ट्रस्ट द्वारा महिलाओं 15 महिलाओं का चयन विभिन्न गांव से किया गया था। प्रतिभागियों ने 21 दिन की कार्यशाला में बोवेन थेरेपी के अलग-अलग तरीकों व तकनीक को सीखा और एक दूसरे के साथ अपने अनुभव साझा किए। कार्यशाला में 12 प्रतिभागियों को विमला राव की ओर से थेरेपी प्रैक्टिशनर के सर्टिफिकेट भी दिए गए। इसके अलावा पहाड़ ट्रस्ट और एचटूओ केंद्र द्वारा सभी प्रतिभागियों को सहभागिता पत्र भी दिए गए। इस कार्यक्रम के दौरान डॉ. शर्मा द्वारा परंपरागत कृषि व सतत खाद्य प्रणाली पर प्रतिभागियों के साथ विस्तार से चर्चा की गई। उन्हें बताया कि स्थानीय संसाधनों व खाद्य सामग्री से अपने पोषण स्तर को मजबूत बना सकते हैं। साथ ही स्थानीय स्तर पर पौष्टिक अनाज से संबंधित खाद्य प्रणाली पर प्रतिभागियों ने भी अपने-अपने विचार साझा किए। कार्यशाला के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र चंबा के समन्वयक धर्मेंद्र सिंह और उनकी टीम ने भी भाग लिया। उन्होंने पहाड़ ट्रस्ट के साथ मिलकर सतत कृषि और खाद्य प्रणाली पर मिलकर काम करने का आश्वासन भी दिया। कार्यशाला के समापन समारोह में एचटूओ आनंदम से रेनू शर्मा ने भी भाग लिया और उनके केंद्र द्वारा स्थानीय खाद्य प्रणाली और सतत टूरिज्म से संबंधित अपने कामों के बारे में बताया गया। कार्यशाला के समापन समारोह में कृषि वैज्ञानिक राजेंद्र ने भी भाग लिया और परंपरागत खान-पान के तरीके और उनके स्वास्थ्य से संबंधित सकारात्मक प्रभावों का पर विस्तार के साथ प्रतिभागियों को जागरूक किया।

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