शिमला, 22 मार्च (निस)
पंजाब के कुछ युवाओं द्वारा प्रतिबंधित झंडों और बैनरों को हिमाचल में अपने वाहनों पर बेखौफ लहराने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। यह मामला सामने आने के बाद प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर हो गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला में कहा कि प्रतिबंधित झंडे व पोस्टरों को हिमाचल में पंजाब के कुछ युवकों द्वारा बेखौफ लहराया जाना सरासर गलत है और हिमाचल सरकार इस तरह की किसी भी हरकत से प्रदेश में माहौल खराब नहीं होने देगी। जयराम ठाकुर ने आज शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि हिमाचल सरकार ने इस मामले को अत्यधिक गंभीरता से लिया है और मामले को पंजाब सरकार के साथ उठाया गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि झंडे व पोस्टर विवाद को लेकर उच्च स्तर पर बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्य सचिव ने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने का आश्वासन दिया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार इस मामले में कानून के तहत कड़ी कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले के पीछे देश विरोधी तत्वों का हाथ है और वे प्रदेश में माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के जो युवक विवादित झंडे व बैनर अपनी गाड़ियों पर लगाकर हिमाचल में घूम रहे थे, पुलिस ने उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की है। इन झंडों पर भिंडरावाला सहित कुछ अन्य चित्र लगे हुए थे। प्रदेश में ऐसे वाहनों को ऊना, मंडी और कुल्लू में रोका गया। इन वाहनों में चौपहिया और दोपहिया वाहन शामिल थे। ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई के बाद विवाद बढ़ गया और पंजाब में हिमाचल के नंबर वाली गाड़ियों को प्रतिशोध की भावना से रोका गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में हिमाचल के नंबर वाली गाड़ियों के रोके जाने के संबंध में रिपोर्ट तलब की गई है। उन्होंने कहा कि विवादित झंडे व पोस्टर लगाकर हिमाचल में घूमना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी कतई इजाजत नहीं दी जा सकती।
दो दिन पहले की है घटना
विवादित झंडे व पोस्टर का ये मामला दो दिन पहले घटित हुआ है और इसके बाद पंजाब से हिमाचल आ रहे श्रद्धालुओं के वाहनों को सीमा पर उनकी जांच की जा रही है तथा विवादित झंडे व पोस्टर वाले वाहनों को हिमाचल में आने से रोका जा रहा है।